बायस्कोप

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बायस्कोप संज्ञा पुं॰ [अं॰] एक यंत्र जिसके द्वारा पदेंपर चलते- फिरते हिलते डोलते (विशेषतः मुक) चित्र दिखालाए जाते हैं । विशेष— इस यंत्र में एक छोटा सा छेद होता है जिसमें होकर सामने के पर्दें पर बिजली का प्रकाश डाला जाता है, फिर एक पतला फीता जिसे 'फिल्म' कहते हैं चरखी से उस छेद के ऊपर तेजी से फिराया जाता है । यह फीता पतला, पार- दर्शक और लचीला होता है । इसपर चित्रों की आकृति भिन्न भिन्न चेष्टा की बनी रहती है जिसके शीघ्रता से फिराए जाने से चित्र चलतेफिरते हिलते डोलते दिखलाई पड़ते है ।