बारहसिंगा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बारहसिंगा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बारह + सींग] हिरन की जाति का एक पशु जो तीन चार फुट उँचा और सात आठ फुट लंबा होता है । विशेष— इस पशु जाति के नर के सींगों में कई शाखाएँ निकलती हैं, से बारबसिंगा नाम पड़ा । और चौपायों के सींगों के समान, इसके सींगों पर कड़ा आवरण नहीं होता, कोमल चमड़ा होता है जिसपर नरम महीन रोएँ होते हैं । इसके सींग का आवरण प्रति बर्ष फागुन चैत में उतरता है । आवरण उतरने पर सीग में से एक नई शाखा का अंकुर दिखाई पड़ता है । इस प्रकार हर साल एक नई शाखा का अंकुर दिखाई पड़ता है और हर साल एक नई शाखा निकलती है जो कुआर से कार्तिक तक पूरी बढ़ जाती है । मादा, जिसे सींग नहीं होते, चैत वैशाख में बच्चा देती है ।