बुरका

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बुरका संज्ञा पुं॰ [अ॰ बुरका]

१. प्रायः थैले के आकार का मुसलमान स्त्रियों का एक प्रकार का पहनावा जो दूसरे सब वस्त्र पहन चुकने के उपरांत सिर पर से डाल लिया जाता है और जिससे सिर से पैर तक सब अंग ढके रहते हैं । इसमें का जो भाग आँखों के सामने पड़ता है, उसमें जाली लगी रहती है जिसमें चलते समय सामने की चीजें दिखाई पडें । उ॰— बुरका डारै टारि खुदा बाखुद दिखरावै ।—पलटू, पृ॰ ४२ । यौ॰—बुरकापोश= जो बुरका ओढ़े हुए हो ।

२. वह झिल्ली जिसमें जन्म के समय बच्चा लिपटा रहता है । खेड़ी ।