रँगरली
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]रँगरली संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ रंग + रलना] आमोद प्रमोद । आनंद । क्रीड़ा । चैन । मौज । उ॰—कुढँग कोप तजि रँगीरली करति जुवति जग जोई । पावस बात न गूढ यह बूढ़नि हूँ रँग होई ।—बिहारी (शब्द॰) । मुहा॰—रँगरलियाँ मचाना या करना = आनंद मंगल और आमोद प्रमोद करना । उ॰—(क) तुम्हारे यही दिन हँसने बोलने और रँगरलियाँ करने के है ।—अयोध्या (शब्द॰) । (ख) तमाम शहर में हर सू मची है रँगरलियाँ । गुलाल अवीर से गुल्जार है सभी गलियाँ ।—नजीर (शब्द॰) ।