रंगभीनी पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ रङ्ग+हिं॰ भींनना] प्रेममयी । रस में सराबोर । प्रेमासक्त । उ॰—साँवरे प्रीतम संग राजत रंगभीनी भामिनी ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३६४ ।