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रसूम

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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रसूम संज्ञा पुं॰ [अं॰]

१. रस्स का बहुवचन ।

२. नियम । कानुन ।

३. वह धन जो किसी को किसी प्रचलित प्रथा के अनुसार दिया जाता हो । नेग । लाग ।

४. वह धन जो राज्य को कोई काम करने के बदले में राजकिया नियमों के अनुसार दिया जाता हो । यौ॰—रसुम अदालत ।

५. वह धन जो जमीदार की किसानों की ओर से नजराने या भेट आदि के रूप में दिया जाता है ।