रुचिरा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

रुचिरा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. एक प्रकार का छद जिसके पहले और तीसरे पदों में १६ तथा दूसरे और चौथे पदों में १४ मात्राएँ तथा अंत में दो गुरु होते हैं ।

२. एक वृत्त का नाम जिसके प्रत्येक चरण में ज, भ, स, ज, ग (/?/)होते हैं ।

३. एक प्राचीन नदी का नाम जिसका उल्लेख रामायण में है ।

४. केसर ।

५. लौंग ।

६. मूलिका । मूला ।