लूता

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

लूता ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. मकड़ी । ऊर्णनाभ ।

२. फफोले की तरह की फुंसी जो, कहते हैं, मकड़ो के मूतने से निकलती है । वुक्का । मर्मव्रण । विशेष— वैद्यक के ग्रंथों में 'लूता' रोग कई प्रकार का कहा गया है और कई प्रकार की विषैली मकड़ियों की चर्चा है । जैसे,— त्रिमड़ला, श्वेता, कपिला, रक्तलूता इत्यादि । विष के संबंध में कहा गया है कि मकड़ी के थूक, नख, मूत्र, रज, शुक्र और पुरीष के द्वारा विष का संचार होता है । लूता रोग यदि अच्छा न हो, तो आदमी मर जाता है ।

३. पिपीलिका । च्यूँटी ।

लूता ^२ संज्ञा पुं॰ [हि॰ लूका] [स्त्री॰ अल्पा॰ लूती] लकड़ी जिसका एक सिरा जलता हो । लूका । लुआठा । उ॰— सोवत मनसिज आनि जगायो पठै सँदेस स्याम के दूते । बिरह समुद्र सुखाय कौन बिधि किरचक योग अग्नि के लूते ।— सूर (शब्द॰) । मुहा॰—लूता लगाना=आग लगाना ।