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लोल

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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लोल ^१ वि॰ [सं॰]

१. हिलता डोलता । कंपायमान । क्षुब्ध । अशांत

२. चंचल । उ॰—भाल तिलक कंचन किरीट सिर कुंडल लोल कपोलनि झाँई । निरखहिं नारि निकर विदेह पुर निमिशा की मरजाद मिटाई । तुलसी (शब्द॰) ।

३. परिवर्तनशील ।

४. क्षणिक । क्षणभंगुर ।

५. उत्सुक । अति इच्छुक ।

लोल ^२ संज्ञा पुं॰ लिंगेंद्रिय ।