वअन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वअन पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ बचन; प्रा॰ वयण, वअन] दे॰ 'वचन' । उ॰—कुटिल राजनीति चतुरहु, मोर वअन आकणणे करहु ।— कीर्ति॰, पृ॰ २० ।