वक्त
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]वक्त ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ वक्त]
१. समय । काल । मुहा॰—वक्त काटना = (१) किसी प्रकार समय बिताना । (२) जी बहलाना । वक्त की चीज = (१) किसी समय या ऋतु विशेष में मिलनेवाली चीज । (२) किसी विशेष समय में गाया जानेवाला गीत या राग । जैसे,—कोई वक्त की चीज गाइए । वक्त खोना = समय नष्ट करना ।
२. किसी बात के होने का समय । अवसर । मौका । मुहा॰—वक्त पर = अवसर आने पर । कोई विशेष परिस्थिति होने पर । जैसे,—इसे रख छोड़ो, वक्त पर काम आवेगी । वक्त ताकना = मौका देखना । इस बात की प्रतीक्षा में रहना कि कब उपयुक्त अवसर मिले और कोई बात करूँ । वक्त हाथ से देना = अवसर चूकना । मौका आने पर भी काम न करना ।
३. इतना समय कि कोई काम किया जा सके । अवकाश । फुरसत । क्रि॰ प्र॰—निकलना ।—निकालना ।—मिलना ।
४. विपत्काल । मुसीबत का समय (को॰) ।
५. मौसिम (को॰) ।
६. मरने का नियत समय । मृत्युकाल । क्रि॰ प्र॰—आ जाना ।—आ पहुँचना ।
वक्त पु ^२ वि॰ सं॰ वक्तृ 'वक्ता' । दे॰ 'वक्ता' । उ॰—उनईस सहस गरु- णह पुरान । श्रोतान वक्त भक्ती उरान ।—पृ॰ रा॰ १ ।४० ।