वक्फ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वक्फ संज्ञा पुं॰ [अ॰ वक़फ़]

१. वह भूमि या सपत्ति जो धर्मार्थ दान कर दी गई हो । किसी धर्म के काम में लगी हुई जायदाद । क्रि॰ प्र॰—करना ।

२. किसी धर्म के काम में धन आदि देना । धर्मार्थ दान ।

३. किसी के लिये चीज या धन संपत्ति आदि छोड़ देना (क्व॰) ।