वर्णक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वर्णक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. हरताल ।

२. अनुलेपन । उबटन ।

३.

३. चंदन ।

४. पिसी हुई हल्दी आदि जो देवताओं को चढ़ाई जाती है ।

५. मंडल ।

६. चारण ।

७. रंग ।

८. अभिनेताओं के परिधान या परिच्छद ।

९. चित्रकार ।

१०. विभाग । अध्याय । परिच्छेद (को॰) ।

११. सिंदूर (को॰) ।

१२. चित्रलेखन (को॰) ।

१३. ढाँचा । रूपरेखा (को॰) ।

१४. अक्षर । वर्ण ।

१५. वत्ता । व्याख्याता (को॰) ।

१६. कलम । लेखनी । उ॰—ललितविस्तर के अघ्याय १० (अंग्रेजी अनुवाद, पृ॰ १८१-१८५) में बुद्ध का लिपिशाला में जाकर अध्यापक विश्वामित्र से चंदन की पाटी पर वर्णक (कलम) से लिखना सीखने का वृत्तांत मिलता है ।—भा॰ प्रा॰ लि॰, पृ॰ ६ ।