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विक्षनरी:हिंदी–हिंदी शब्दकोश/ट, ठ

विक्षनरी से
शब्दव्याकरण-१व्या-२व्या-३व्या-४व्या-५अर्थ-१अर्थ-२अर्थ-३अर्थ-४अर्थ-५
टंकारस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---धनुष की प्रत्यंचा (डोरी) को तान कर सहसा ढीला छोड़ने पर होने वाली ध्वनि;धातु खण्ड, विशेषत: धातु के कसे या तने हुए तार पर आधात लगने से होने वाली टन-टन ध्वनि।---
टंकीस्त्रीलिंग----पानी भर कर रखने का एक आधान या पात्र, हौज़, कुंड।----
टकरानाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---भिड़ना;मार्ग में बाधक होना, मुकाबला या सामना करना, संघर्ष होना।---
टकसालस्त्रीलिंग----वह स्थान जहां सिक्के बनाए जाते है।----
टक्करस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---दो वस्तुओं का वेग के साथ आपस में भिड़ जाना;संघर्ष, मुकाबला।---
टटोलनासकारात्मक क्रिया----स्पष्ट दिखाई न पड़ने पर हाथ या उंगलियों से छूकर वस्तु का अनुमान करना।----
टपकनाअकारात्मक क्रिया----किसी तरल पदार्थ का बूंद-बूंद करके रिसना या फलों आदि का टप-टप करते हुए गिरना।----
टहनीस्त्रीलिंग----वृक्ष की शाखा, डाल, डाली।----
टहलनाअकारात्मक क्रिया----जी बहलाने या स्वास्थ्य सुधार के लिए चलना-फिरना, घूमना।----
टांकनासकारात्मक क्रिया----सूई, डोरे आदि से सीकर कोई चीज कपड़ों पर लगाना।----
टांकास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---हाथ की सिलाई में, धागे आदि की वह सीवन जो एक बार सूई को एक स्थान से गड़ाकर दूसरे स्थान पर निकालने से बनती है (स्टिच);धातुओं को जोड़ने या सटाने के लिए लगाया गया जोड़।---
टांगनासकारात्मक क्रिया----लटकाना।----
टाटपुंलिंग----सन या पटसन का मोटा कपड़ा।----
टापूपुंलिंग----स्थल का वह भाग जो चारों ओर से जल से घिरो हो, द्वीप।----
टालनासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया--स्थगित करना;बहाना करके पीछा छुड़ाना, टरकाना;निवारण करना, घटित न होने देना।--
टिकनाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---किसी आधार पर ठीक प्रकार से खड़ा या स्थित होना;यात्रा के समय विश्राम के लिए कहीं ठहरना।---
टिकाऊविशेषण----जो अधिक समय तक काम में आता रहे, मज़बूत।----
टिकियास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---कोई गोलाकार चपटी, कड़ी तथा छोटी वस्तु (टेब्लेट);साबुन आदि का छोटा आयताकार टुकड़ा।---
टीकापुंलिंगस्त्रीलिंग---तिलक, बिंदी;किसी गन्थ, पद आदि का अर्थ स्पष्ट करने वाला कथन, व्याख्या।---
टीका-टिप्पणीस्त्रीलिंग----किसी प्रसंग के गुण-दोषों आदि के संबंध में प्रकट किए जाने वाले विचार।----
टीलापुंलिंग----छोटी पहाड़ी की तरह का ऊंचा भूखंड, ढूह।----
टुकड़ापुंलिंग----अंश, खंड, भाग।----
टेकपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--सहारा, आधार;हठ, आग्रह, संकल्प;गाने की प्रथम पंक्ति जो बार-बार दोहराई जाती है।--
टेकनासकारात्मक क्रिया----अपने शरीर को अथवा किसी वस्तु को किसी दूसरी चीज के सहारे खड़ा करना या बैठाना, टिकाना।----
टेढ़ाविशेषणविशेषणविशेषण--जो बीच में इधर-उधर मुड़ा हो, वक्र;कुटिल, धूर्त;मुश्किल, कठिन, उलझनपूर्ण।--
टोकनासकारात्मक क्रिया----रोकना, बाधा डालना।----
टोकरीस्त्रीलिंग----बांस की खमचियों या तीलियों अथवा बेंत, सरकंडे आदि का बना हुआ खुले तथा चौड़े मुँहवाला बड़ा आधान (बास्केट)।----
टोलीस्त्रीलिंग----मनुष्य का समूह, मंडली, दल, गिरोह।----
टोहस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---खोज, जांच, तलाशी;किसी अज्ञात बात का पता लगाने की क्रिया अथवा उससे प्राप्त होने वाली जानकारी।---
ठंडकस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---वातावरण की ऐसी स्थिति जिसमें सुखद और प्रिय हल्की ठंड हो;जलन की कमी, चैन।---
ठंडाविशेषण----उष्णता या ताप से रहित।----
ठगपुंलिंग----वह जो धोखा देकर दूसरे का धन या सामान हड़प ले, कपटी, धूर्त।----
ठगनासकारात्मक क्रिया----धोखा देना, छलना।----
ठप्पापुंलिंगपुंलिंग---धातु, लकड़ी आदि की छाप या मुहर;ठप्पे का छापा या चिह्न---
ठहरनाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---रुकना;किसी स्थान पर थोड़े समय के लिए रहने के लिए रुकना।---
ठहाकापुंलिंग----जोर से हंसने का शब्द, कहकहा, अट्टहास।----
ठाट-बाटपुंलिंग----आडंबर, तड़क-भड़क, शान-शौकत।----
ठिकानापुंलिंग----रहने या ठहरने का स्थान।----
ठीकविशेषण, क्रिया विशेषणपुंलिंग---उपयुक्त।शुद्ध, सत्य।---
ठुकरानासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---पैर से ठोकर लगाना;उपेक्षा या तिरस्कारपूर्वक अस्वीकार करना।---
ठूंठपुंलिंग----वह वृक्ष जिसका धड़ ही बच रहा हो तथा जिसकी टहनियां टूट गई हों।----
ठूंसनासकारात्मक क्रिया----जबरदस्ती कोई चीज किसी में डालना या भरना।----
ठेकेदारपुंलिंग----वह व्यक्ति जो ठेके पर दूसरों के काम करता या करवाता है (कंट्रेक्टर)।----
ठोंकनासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---अच्छी तरह पीटना;किसी चीज को किसी दूसरी चीज के अंदर गड़ाने, धंसाने आदि के लिए उसके पिछले भाग पर जोर से आघात करना।---
ठोकरस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---आघात जो चलने में कंकड़ पत्थर आदि के धक्के से पैर में लगे;पदाघात।---
ठोसविशेषणविशेषण---जिसकी रचना में अंदर कहीं खोखलापन न हो, भरपूर;तथ्यपूर्ण, दृढ़, प्रमाणिक।---