"को": अवतरणों में अंतर

विक्षनरी से
छो बॉट: ca, chr, en, fj, hu, mg, ne, sa जोड़ रहा है
छो Bot: Cleaning up old interwiki links
पंक्ति ९: पंक्ति ९:


[[श्रेणी: हिन्दी-प्रकाशितकोशों से अर्थ-शब्दसागर]]
[[श्रेणी: हिन्दी-प्रकाशितकोशों से अर्थ-शब्दसागर]]

[[ca:को]]
[[chr:को]]
[[en:को]]
[[fj:को]]
[[hu:को]]
[[mg:को]]
[[ne:को]]
[[sa:को]]

२२:५४, २१ मई २०१७ का अवतरण

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

को ^१ पु सर्व [सं॰ कः]

१. कौन । उ॰— तू को, कौन देस है तेरी । कै छल गह्यो राज सब मेरो ।— सुर॰, १ । २९० ।

२. कोई । उ॰— पैदा जाको हुआ है वो सब उनों किया है ।—दक्खिनी॰ पृ॰, २१२ ।

३. क्या । उ॰— इतर धातु पाह- नहि परसि कंचन ह्वै सोहैं । नंदसुवन को परम प्रेम इह इचरज को है ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰, ८ ।

को ^२ (प्रत्य॰) [हिं॰] कर्म और संप्रदान का विभक्ति प्रत्यय । जैसे—साँप को मारी । राम को दो । उ॰— और विद्या की अभ्यास विशेष हतो ।— अकबरी॰ पृ॰, ३८ ।