शंकना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

शंकना पु क्रि॰ अ॰ [सं शङ्का या शङ्कन]

१. शका करना ।

२. भय करना । डरना । उ॰—(क) साँसति शाक चली, डरपेंहु ते किकर से करना मुख मार ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) शंक्या शंभु शलजा समत देत मेरा शेल शक्रपद दत हो सुशक्यो सुरपाल है ।—भक्तमाल (शब्द॰) ।