शंखासुर

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

शंखासुर संज्ञा पुं॰ [सं॰ शङ्खसुर] एक दैत्य जो ब्रह्मा के पास से वेद चुराकर समुद्र के गर्भ में जा छिपा था । इसी को मारने के लिये विष्णु ने मत्स्यावतार धारण किया था । उ॰—बहुरो किलाल बैठ मारयो जिन शंखासुर ताते वेद अनेक विधाता को दिख हैं ।—हनुमन्नाटक (शब्द॰) ।

२. दैत्य का पिता । उ॰—शंखासुर सुत पितु वध जान्यो । तब बन जाइ तहाँ तप ठान्यो ।—रघुनाथ (शब्द॰) ।