शर्वरी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

शर्वरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. रात । रात्रि । निशा ।

२. साँझ । संध्या । शाम ।

३. हल्दी । दरिद्रा ।

४. स्त्री । औरत ।

शर्वरी ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शर्वरिन्] बृहस्पति के साठ संवत्सरों में से चौंतीसवाँ संवत्सर । कहते हैं, इस संवत्सर में दुर्भिक्ष का भय होता है ।