शुक्ल
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]शुक्ल ^१ वि॰ [सं॰]
१. सफेद । उजला । धवल । श्वेत । स्वच्छ ।
२. निष्कलंक । बेदाग (को॰) ।
३. सात्विक (को॰) ।
४. यशस्कर (को॰) ।
५. तेजोमय । प्रकाशदीप्त (को॰) ।
शुक्ल ^२ संज्ञा पुं॰
१. ब्राह्मणों की एक पदवी ।
२. शुक्ल पक्ष ।
३. सफेद रेंड़ का वृक्ष ।
४. आँखों का एक प्रकार का रोग जो उसके सफेद तल या डेले पर होता है ।
५. कुंद नामक पुष्पवृक्ष ।
६. सफेद लोध ।
७. नवनीत । मक्खन ।
८. चाँदी । रजत ।
९. धव वृक्ष । धौ ।
१०. एक योग ।
११. विष्णु का एक नाम ।
१२. श्वेत रंग (को॰) ।
१३. शिव (को॰) ।
१४. कपिल मुनि का नाम (को॰) ।
१५. खट्टी कांजी ।
१६. उज्वलता (को॰) ।
१७. सफेद धब्बा (को॰) ।
१८. वैशाख मास (को॰) ।
१९. एक संवत्सर (को॰) ।
२०. बलभद्र । बलराम (को॰) ।
शुक्ल पक्ष संज्ञा पुं॰ [सं॰] अमावस्या के उपरांत प्रतिपदा से लेकर पूर्णमा तक का पक्ष, जिसमें चंद्रमा की काल प्रतिदिन बढ़ती जाती है जिससे रात उजेली होती है । चांद्रमास में कृष्ण पक्ष से भिन्न दूसरा पक्ष ।
शुक्ल रोहित संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. श्वेत रोहितक का वृक्ष ।
२. श्वेत रोहित या रोहू नाम की मछली [को॰] ।