षडग्नि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

षडग्नि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. कर्मकांड के अनुसार छह् प्रकार की अग्नि । विशेष—इनके नाम इस प्रकार कहे गए हैं—गाईपत्य, आहवनीय, दक्षिणाग्नि, सभ्याग्नि, आवसथ्य और औपासनाग्नि । इनमें से प्रथम तीन प्रधान हैं । कुछ लोगों ने अग्नि के ये ६ भेद किए है—धूमाग्नि, मंदाग्नि, दीपाग्नि, मध्यमाग्नि, खराग्नि और भयाग्नि ।