संकलपना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
संकलपना पु † ^१ क्रि॰ सं॰ [सं॰ सङ्कल्प + हि॰ ना (प्रत्य॰) अथवा संकल्पना]
१. किसी बात का दृढ़ निश्चय करना । उ॰—जैसी पति तेरे लिये मैं संकल्प्यो आप । तैसो तै पायो सुता अपने पुन्न प्रताप ।—लक्ष्मणसिंह (शब्द॰) ।
२. किसी धार्मिक कार्य के निमित्त कुछ दान देना । संकल्प करना ।
संकलपना ^२ क्रि॰ अ॰ विचार करना । इच्छा करना । इरादा करना ।