संक्रांत
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
संक्रांत ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सङ्कांत]
१. दायभाग के अनुसार वह धन जो कई पीढियों से चला आया हो ।
२. सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना । विशेष दे॰ 'संक्रांति' ।
३. वह संपत्ति जो पति द्वारा स्त्री को प्राप्त हो । पति से प्राप्त स्त्री की संपत्ति (को॰) ।
संक्रांत ^२ वि॰
१. मिला हुआ । प्राप्त ।
२. बिता हुआ । गत ।
३. प्रविष्ट (को॰) ।
४. स्थानांतरित । न्यस्त (को॰) ।
५. ग्रस्त । गृहीत (को॰) ।
६. प्रतिफलित । पिरतिविंबित (को॰) ।
७. चित्रित (को॰) ।
८. संक्रांतियुक्त (को॰) ।