संग्राह

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

संग्राह संज्ञा पुं॰ [सं॰ सङ्ग्राह्]

१. ढाल का दस्ता या मूठ ।

२. पकड़ना । बलपूर्वक पकड़ना । बलात् पकड़ना ।

३. हाथ की बँधी हुई मुट्ठा । मुष्टिबंध । मुक्का ।

४. मुट्ठी बाँधना । मुक्का बाँधना (को॰) ।

५. घोड़े के उत्प्लवन का एक प्रकार । घोड़े का हिनहिनाते हुए अगले पैरों से कूदना (को॰) ।