सवति

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सवति पुं संज्ञा स्त्री॰ [हि॰ सौत] दे॰ 'सौत' । उ॰— (क) जरि तुम्हारि चह सवति उखारी । —मानस, २ । १७ । (ख) सेबहि सकल सबति मोहि नीके । — मानस, २ ।१८ ।