साधक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

साधक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. साधना करनेवाला । साधनेवाला । सिद्ध करनेवाला ।

२. योगी । तप करनेवाला । तपस्वी ।

३. जिससे कोई कार्य सिद्ध हो । करण । वसीला । जरिया ।

४. भूत प्रेत को साधने या अपने वश में करनेवाला । ओझा ।

५. वह जो किसी दूसरे के स्वार्थसाधन में सहायक हो । जैसे,—दोनों सिद्ध साधक बनकर आए थे ।

६. पुत्रजीव वृक्ष ।

७. दौना ।

८. पित्त । उ॰—आलोचक, रंजक, साधक, पाचक, भ्राजक इन भेदों से पित्त पाँच प्रकार का है ।—माधव॰, पृ॰ ५८ ।

साधक ^२ वि॰ [स्त्री॰ साधका, साधिका]

१. पूरा करनेवाला ।

२. कुशल ।

३. प्रभावशील ।

४. चमत्कारिक । ऐंद्रजालिक ।

५. सहयोगी । सहायक ।

६. निष्कर्षात्मक [को॰] ।