प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
सिलखड़ी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ सिल + खड़िया]
१. एक प्रकार का चिकना मुलायम पत्थर जो बरतन बनाने के काम आता है । विशेष—इसकी बुकनी चीजों को चमकाने के लिये पालिश और रोगन बनाने के भी काम में आती है ।
२. सेतखड़ी खरिया मिट्टी । दुद्धी ।