विक्षनरी:सूचना प्रौद्योगिकी शब्दावली (परिभाषाएँ)

विक्षनरी से

बैंडविड्थ[सम्पादन]

कम्यूटर नेटवर्क की दुनिया में बैंडविड्थ का अर्थ है, डेटा / सूचना को दिए गए समय अंतराल में एक चैनल के माध्यटम से (प्रारूपिक तौर पर वेबसाइट या सर्वर से) ले जाने की क्षमता। इस प्रकार बैंडविड्थ का अर्थ डेटा अंतरण का समानार्थी है। जैसे इस चैनल के जरिए अधिक सूचना गुजरती है, चैनल द्वारा बैंडविड्थ का अधिक उपयोग किया जाता है। अत: तार्किक रूप से एक वीडियो में उदाहरण के लिए ई-मेल की तुलना में अधिक बैंडविड्थ की आवश्यककता होती है। बैंडविड्थ में कमी का अर्थ है वाहक या चैनल की क्षमता से अधिक सूचना ले जाने के लिए मांग के बिन्दु पर जरूरत पैदा होना। एक बैंडविड्थ आम तौर पर बिट प्रति सैकंड (बीपीएस) में की व्यदक्तक की जाती है।

ब्लैबक बॉक्स[सम्पादन]

ब्लैक बॉक्स एक ऐसी युक्ति है जो डेटा को हवाई जहाज या पानी के जहाज में दर्ज करती है और किसी प्रकार की दुर्घटना के मामले में इसे पुन: प्राप्त किया जा सकता है। जबकि सॉफ्टवेयर विकास में ब्लैक बॉक्स का कुछ अलग अर्थ है। ब्लैतक बॉक्सह एक परीक्षण तकनीक है जहां परीक्षक को परखे जा रहे प्रोग्राम की आंतरिक बातों की जानकारी नहीं है। परीक्षक को इनपुट या आउटपुट के बारे में पता हो सकता है किन्तुर उसे यह पता नहीं होता कि परिणाम किस प्रकार प्राप्तम होते हैं। ब्लै क बॉक्सु घटक में अनेक प्रोग्राम संकलित होते हैं जिन्हेंह बदला नहीं जा सकता है, क्योंकि प्रोग्रामर की पहुंच एक खुले अंतरापृष्ठै के माध्यंम से ही होती है।

ब्‍लास्ट[सम्पादन]

जैव सूचना विज्ञान में बेसिक लोकल एलाइनमेंट सर्च टूल या ब्लास्टय में एल्गोरिद्दम्सब का एक सैट होता है। ब्ला‍स्टा का उपयोग जैविक क्रमों जैसे प्रोटीन क्रमों या न्यूरक्लियोटाइड की तुलना करने में होता है। ब्लाटस्टउ के साथ एक क्रम की तुलना क्रमों के डेटाबेस के साथ की जाती है और यदि इसके क्रम में मिलान प्राप्तस होता है तो इसकी सूचना प्राप्त होती है। इस प्रकार ब्ला्स्टन का अनुप्रयोग दो क्रमों के सरेखण में तथा दो या दो से अधिक क्रमों के बीच समानता की जांच में किया जाता है।

जैव प्रौद्योगिकी[सम्पादन]

जैव प्रौद्योगिकी वाणिज्यिक उत्पाबदों के सृजन में सूक्ष्मी जीवों के उपयोग या जीवन विज्ञान में हुए विकास का अनुप्रयोग है जो मानव स्वास्त्थ्य या पर्यावरण में बदलाव लाते हैं। जैव प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग का एक बहुत सामान्य उदाहरण, जो काफी पुराने समय से इस्ते माल में है, वह है बैक्टीमरियल कोशिकाओं के इस्तेजमाल से दही का बनाना।

जैवमिति[सम्पादन]

जैवमिति या बायोमेट्रिक्सी जीव विज्ञान का एक ऐसा प्रभाग है जहां जीवित वस्तुतओं के अध्यीयन के लिए सांख्यिकीय अनुप्रयोगों का इस्ते्माल किया जाता है। बायोमेट्रिक साधनों का व्यापक उपयोग वृद्धि, जैविक समानताओं और अंतरों, व्योक्ति के व्ययवहार और शारीरिक विशेषताओं के आधार पर उसके प्रमाणन में किया जाता है।

बॉडी एरिया नेटवर्क[सम्पादन]

बॉडी एरिया नेटवर्क, संक्षेप में कहा जाए तो बैन प्रौद्योगिकी का एक उभरता हुआ क्षेत्र है जहां खेलों, संचारों और सुरक्षा में अनोखे अनुप्रयोग तथा स्वास्य्हु देखभाल में क्रांति लाने की संभाव्यकता है। यह प्रौद्योगिकी बेतार संचार प्रोटोकॉल उपलब्धथ कराती है जिससे आपसी संचार के अल्पं ऊर्जा संवेदक कार्य करने में सक्षम होते हैं और फिर यह सूचना स्थारनीय बेस स्टेशन पर भेजे जाते हैं और साथ ही इन्हेंउ दूरदराज के बिन्दुनओं पर भेजा जाता है। बैन का एक उदाहरण रोगी की त्वऔचा पर या उसके नीचे चपटे छोटे संवेदक रखना है ताकि चिकित्स क अपने रोगियों की निगरानी वास्तछविक समय के अनुसार (जैव संकेत) कर सकें।

बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल[सम्पादन]

बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल (बीजीपी) आधुनिक नेटवर्क में अनुकूलतम रूटिंग मार्ग निर्धारण के मुद्दे को संबोधित करता है। आज के पारेषण नियंत्रित प्रोटोकॉल / इंटरनेट प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी) नेटवर्क में बीजीपी वास्त व में अंतर-प्रक्षेत्र रूटिंग का कार्य करता है। अब बीजीपी ने पुराने हो चुके बाहरी गेटवे प्रोटोकॉल (ईजीपी), इसके पूर्ववर्तियों का स्थान ले लिया है क्योंबकि कोर गेटवे रूटिंग प्रोटोकॉल अब वैश्विक इंटरनेट में इस्तेंमाल किया जाता है।

ब्रॉडबैंड[सम्पादन]

एक ऐसा शब्दै जो इंटरनेट और टेलीकॉम के बारे में बात करते हुए अक्संर सुनाई देता है और यह है ब्रॉड बैंड। गैम डाउनलोड करने, आपके ट्वीटर या फेसबुक प्रोफाइल को देखते समय या वीडियो देखने के लिए आपको इंटरनेट ब्रॉड बैंड कनेक्शइन की जरूरत होती है। एक ब्रॉड बैंड चैनल अनेक संकेतों को ले जाने में सक्षम होता है। इसकी कुल क्षमता को अनेक बहुगुणकों में बांटा जाता है, स्वलतंत्र बैंडविड्थ चैनल के साथ एकु विशिष्टे आवृत्ति रेंज पर चलने वाले अनेक चैनल होते हैं। ब्रॉड बैंड को हाइ स्पीवड इंटरनेट सर्विस भी कहते हैं।

सीडीएमए[सम्पादन]

कोड डिविजन मल्टीनपल एक्सेएस (सीडीएमए) तीसरी पीढ़ी की डिजिटल सेल्यू लर प्रौद्योगिकी है। यह उच्च् प्रतिस्पईर्द्धा वाले सेल्यूरलर सेवा बाजार में लोकप्रिय है। सीडीएमए की विशेषता यह है कि इसमें संचार नेटवर्क के अलग अलग प्रयोक्ता ओं की आवृति रेंज को सीमित किए बिना अधिक बैंडविड्थ उपलब्धय होती है। इस प्रकार एक दिए गए समय बिन्दु पर एक नेटवर्क में कई प्रयोक्ता् एक साथ संचार कर सकते हैं।

सी–ग्रेक्स[सम्पादन]

सी–ग्रेक्सा या कैओस गेम रिप्रेंजंटेशन एक्सतप्लो रर क्रम देखने तथा आरएनए, डीएनए एवं एमिनो एसिड क्रमों सहित जैविक क्रमों का पैटर्न विश्लेतषण करने के लिए एक सहज जैव सूचना विज्ञान साधन है।

क्लाएउड कम्यूटिंग[सम्पादन]

क्लाउड कम्यूला टिंग नए समय में उभरती हुई सूचना प्रौद्योगिकी आपूर्ति का मॉडल है जिसे मूल संरचना, प्रशिक्षण या सॉफ्टवेयर लाइसेंसिंग में निवेश की जरूरतों के बिना क्षमता को बढ़ाने या क्षमता में जोड़ने के लिए इंटरनेट से प्रेरित अर्थव्यिवस्था से पहचाना जा सकता है। आज क्ला उड कम्यूया टिंग सूचना प्रौद्योगिकी के सभी कार्यपालकों के लिए एक नई भाषा है। क्ला उड कम्यूरन टिंग में क्लाउड केवल एक रूपक है। यह दूरदराज स्थित सर्वरों की रेंज के संदर्भ में इस्ते‍माल होता है जहां कम्यूपाल टिंग अनुप्रयोग निहित होते हैं। क्लाउड कम्यूटिंग प्रौद्योगिकी को समझाने का एक सबसे सरल तरीका है ई-मेल अनुप्रयोग जैसे याहू मेल या हॉट मेल। साथ ही यदि आप अपने लेपटॉप पर एमएस वर्ड के स्थान पर गूगल डॉक्स् का इस्तेमाल करते हैं तो आप क्लावउड कम्यूटिंग परिवेश का हिस्सा हैं। क्लाउड कम्यूप टिंग के लाभों में शामिल हैं प्रयोक्ता‍ओं को बेहतर अनुभव, कार्यभार अनुकूलन तथा सेवा आपूर्ति में सुधार, सूचना प्रौद्योगिकी लागतों और जटिलताओं में कमी आदि। क्ला उड कम्यूके टिंग के सामान्या उदाहरणों में एसएएएस (एक सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर), एमएसपी (प्रबंधित सेवा प्रदाता), युटिलिटी कम्यूएए टिंग आदि शामिल हैं। क्ला)उड कम्यूटिंग को अनेक उद्यम अनुप्रयोगों में इस्तेएमाल किया जाता है।

क्लास्टल डब्यूलाउड[सम्पादन]

क्लदस्टल डब्यू‍उड डीएनए तथा प्रोटीनों के लिए एक सामान्यर प्रयोजन सरेखण प्रोग्राम है। क्लटस्टबल डब्यू‍उड विभिन्न प्रोटीन क्रमों के सरेखण के लिए उन्न्त संवेदनशीलता का दावा करता है।

क्रिप्टोकएनालिसिस[सम्पादन]

क्रिप्टोकएनालिसिस दो ग्रीक शब्दों से बना है। क्रिप्टोस का अर्थ है "छुपा हुआ" जबकि एनेलिन का अर्थ है ‘ढीला कर देना’ या ‘खोल देना’ है। यह कोड को तोड़ने या कोड को समझने का कार्य है। क्रिप्टोंएनालिसिस छुपी हुई सूचना का सही अर्थ जानने की विधियों का अध्य यन है और प्रारूपिक तौर पर इसमें गोपनीय कुंजी शामिल होती है। इस प्रकार गुप्तऔ सूचना तक पहुंच के बिना, अर्थ प्राप्तज करना, जो ऐसा करने के लिए सामान्यय आवश्यऔकता है। साइबर सुरक्षा हमलों के दौर में क्रिप्टो एनालिसिस का अत्यआधिक महत्वत है।

केपेसिटिव एक्सेलेरो‍मीटर[सम्पादन]

केपेसिटिव एक्से्लेरो‍मीटर वाणिज्यिक रूप से सर्वाधिक लोकप्रिय माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टेम (एमईएमएस) इसमें से एक है। इनका इस्तेरमाल इंजन के कम्पनन परीक्षणों, प्रोडक्ट) शेकर्स, विश्रांति परीक्षण, संरचनात्मनक मूल्यांषकन के अलावा अन्यि अनेक अनुप्रयोगों में किया जाता है। केपेसिटिव एक्सेलेरोमीटर उस परिसर में प्रचालित किया जाता है जिनमें जब भी एक संवेदनशील संरचना एक अधिरोपित त्व रण के कारण विचलित होती है और केपेसिटेंस में बार बार बदलाव होते हैं। एक केपेसिटिव एक्से लेरोमीटर पीज़ो रजिस्टिव एक्सेंलेरोमीटर के समान कार्य करता है किन्तुए यह तुलनात्मीक रूप से अधिक संवेदनशील है। केपेसिटिव एक्से लेरोमीटर की कुछ उल्ले‍खनीय विशेषताएं ये हैं कि इनका आवृत्ति कवरेज बहुत अच्छा है, इनमें उच्चल स्तेरीय आउटपुट संकेत मिलते हैं, तथा ये ध्वैनि व्यतवधान के प्रति सुरक्षित हैं आदि।

कार्बन नैनो ट्यूब[सम्पादन]

कार्बन नैनो ट्यूब अनिवार्यत: ग्रेफाइट कार्बन की आण्विक स्त र की नलिकाएं हैं जो इलेक्ट्रॉ निक तथा अन्या उल्लेमखनीय गुण प्रदर्शित करती हैं। अत्यं त पतली कार्बन नेनो ट्यूब का व्याकस मनुष्यर के एक बाल से 10,000 गुना कम होता है और यह सबसे मजबूत तथा कठोर तं‍तुओं में से है।

बोधात्मबक विज्ञान[सम्पादन]

बोधात्माक विज्ञान एक अंतर विषयक क्षेत्र हैं जिसमें इस विषय से जुड़े और विरोधी सिद्धांतों की व्यानपक रेंज निहित है जो सोचने की प्रक्रिया, इसमें मस्तिष्कं में सूचना के प्रस्तुतीकरण और रूपांतरण के बारे में हैं। बोधात्मकक विज्ञान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, तंत्रिका विज्ञान, भाषा विज्ञान आदि सहित अनेक विषयों की अंतरदृष्टि निहित है।

सीएमओएस:[सम्पादन]

सीएमओएस या पूरक धातु ऑक्सागइड अर्धचालक अल्प। ऊर्जा खपत और उच्चे स्विचिंग गतियों द्वारा पहचानी जाने वाली एक सर्वाधिक लोकप्रिय अर्धचालक निर्माण प्रौद्योगिकी है। सीएमओएस ऐसे अर्धचालक है जिनका उपयोग डिजिटल लॉजिक परिपथों जैसे माइक्रोप्रोसेसरों, स्टेचटिक रैम और सूक्ष्मॉ नियंत्रकों में व्या पक रूप से किया जाता है। इसे अंग्रेजी में दिया गया कॉम्लीटेटिमेंटरी नाम इस तथ्य से उत्पसन्न होता है कि एन- तथा पी- एमओएसएफईटी की आवश्यमकता पूरक धातु अर्धचालक (सीएमओएस) द्वारा होती है।

संपर्क रहित स्मानर्ट कार्ड[सम्पादन]

संपर्क रहित स्माृर्ट कार्ड का इस्तेमाल ऐसे अनुप्रयोगों में किया जाता है जहांष व्यरक्तिगत सूचना को सुरक्षित रखने के साथ शीघ्र तथा सुरक्षित लेन देन की आपूर्ति करना आवश्यतक होता है। इसके कुछ सामान्यस अनुप्रयोगों में शामिल हैं पहचान पत्र, भुगतान कार्ड, इलेक्ट्रॉ निक पासपोर्ट आदि। मास ट्रांजिट प्रणालियों में संपर्क रहित स्मा,र्ट कार्ड आदर्श विकल्पइ हैं क्यों कि इन्हें पर्स से कार्ड को निकाले बिना इस्तेतमाल किया जा सकता है। संपर्क रहित स्मा‍र्ट कार्ड में एम्बेसडिड स्मार्ट कार्ड सुरक्षित सूक्ष्मच नियंत्रक, आंतरिक मैमोरी और छोटे एंटिना होते हैं। चिप तथा रीडर के बीच संपर्क एक संपर्क रहित रेडियो आवृत्ति (आरएफ) अंतरापृष्ठो के माध्यकम से होता है।

डीएनए डीएनए या डीऑक्सीकराइबो न्यूक्लिक एसिड[सम्पादन]

मानव तथा अधिकांश अन्य जीवित जीवों में पाई जाने वाली आनुवंशिक या वंशानुगत सामग्री है। डीएनए अधिकांशत: कोशिकाओं के नाभिक में भंडारित होते हैं और अपनी संख्याह बढ़ाते रहते हैं।

डाइ इलेक्ट्रिक सामग्री[सम्पादन]

डाइ इलेक्ट्रिक सामग्री को अल्पं विद्युत चालकता से पहचाना जा सकता है और इस प्रकार इनका उपयोग इलेक्ट्रॉंनिक तथा विद्युत पुर्जों में बड़े पैमाने पर किया जाता है। डाइ इलेक्ट्रिक सामग्री में इनके विद्युतीय क्षेत्र रिसाव की न्यूकनतम संभावना के साथ स्था यी होते हैं। कांच, प्लासस्टिक, माइका और पोर्सलेन (सिरेमिक) जैसे ठोस पदार्थ अच्छेल डाइ इलेक्ट्रिक पदार्थ हैं। डाइ इलेक्ट्रिक सामग्रियों के प्रमुख अनुप्रयोग अर्थचालक चिप बनाने में हैं जहां इनका उपयोग आपस में इंसुलेटिंग ट्रांजिस्टार के लिए किया जाता है।

डिसीजन फीडबैक इक्वेलाइज़र[सम्पादन]

डिसीजन फीडबैक इक्वेलाइज़र नॉनलिनियर इक्वेबलाइज़र है जहां आगे जाने वाले और फीड बैक फिल्टनर होते हैं। डीएफई इस्तेलमाल करने का प्राथमिक लाभ यह है कि इससे आईएसआई (इंटर-सिम्बईल इंटर फेरेंस) को रद्द किया जा सकता है तथा उच्चस गति डेटा सम्प्रेषण में शोर बढ़ने को न्यूनतम बनाया जा सकता है।

डोमेन नाम प्रणाली (Domain-Name System (DNS)[सम्पादन]

डिसीजन फीडबैक इक्वेलाइज़र नॉनलिनियर इक्वेचलाइज़र है जहां आगे जाने वाले और फीड बैक फिल्टनर होते हैं। डीएफई इस्तेलमाल करने का प्राथमिक लाभ यह है कि इससे आईएसआई (इंटर-सिम्बईल इंटर फेरेंस) को रद्द किया जा सकता है तथा उच्चस गति डेटा सम्प्रेषण में शोर बढ़ने को न्यूनतम बनाया जा सकता है।

डॉट नेट[सम्पादन]

डॉट नेट (.NET) सभी विंडो ऑपरेटिंग सिस्ट‍म पर चलने वाला माइक्रो सॉफ्ट सॉफ्टवेयर अनुप्रयोग है यह विकासकों को सभी अनिवार्य साधन और संग्रह प्रदान करता है ताकि वे शीघ्रता पूर्वक और आसानी से विंडो सॉफ्टवेयर का निर्माण कर सकें। वास्तीविक प्रयोक्तार को उच्च गुणवत्ता और सुरक्षित अनुप्रयोग प्राप्तर करने में डॉट नेट की सहायता‍ मिल सकती है।

डोमेन नेम प्रणाली[सम्पादन]

डोमेन नेम प्रणाली या संक्षेप में कहा जाए तो डीएनएस एक वितरित इंटरनेट निदेशिका सेवा है। सरल शब्दों में यह इंटरनेट डोमेन का पता लगाने में सहायता देता है और उसे आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) में बदल देता है। डीएनएस के महत्वस को इस तथ्य से समझा जा सकता है कि यदि डीएनएस धीमा है या कार्य करने में असफल रहता है तो हम वेब एड्रेस का पता नहीं लगा सकेंगे और ई-मेल द्वारा अंतरण संभव नहीं होगा।

डेंस वेवलेंथ डिविजन मल्टीबप्लेक्सिंग[सम्पादन]

डेंस वेवलेंथ डिविजन मल्टी्प्ले।क्सिंग या संक्षेप में कहा जाए तो डीडब्यूअने डीएम वैश्विक नेटवर्क प्रौद्योगिकियों में आधुनिकतम हैं। डीडब्यूक डीएम को डेटा ले जोन की क्षमता में वृद्धि, गति में वृद्धि, सेवा की अपेक्षाकृत कम लागत पर लचीलापन और विश्वासनीयता से पहचाना जाता है। एक डीडब्यूषाक बीएम ऑप्टिकल फाइबर समान प्रकार के डीडब्यूता डीएम फाइबर की तुलना में प्रभावी रूप से जुड़ सकता है और अनेक संकेतों का प्रेषण कर सकता है।

एंजाइम[सम्पादन]

एंजाइम मूलत: जीवित जीवों में जैव उत्प्रेहरक (रासायनिक अभिक्रियाओं की सुविधा देना) के रूप में कार्य करने वाले प्रो‍टीन हैं। कोशिकाओं, ऊतकों से अंगों तक, हड्डियां इन एंजाइमों के बिना कार्य नहीं कर सकती हैं। उदाहरण के लिए हमारी पाचन प्रणाली को एंजाइम के बिना भोजन को पचाने में लंबा समय लगेगा। वास्तपव में हमारे शरीर का प्रत्येचक जैविक कार्य इन्हीं एंजाइमों से नियंत्रित होता है और हम इनके बिना जीवित नहीं रह सकेंगे।

उद्यम संसाधन प्रबंधन[सम्पादन]

उद्यम संसाधन प्रबंधन उन सभी प्रकार की सूचनाओं की व्य वस्थित ट्रेकिंग के लिए एक सॉफ्टवेयर साधन है जो एक व्या पार में प्रवाहित होती हैं। ये सूचनाएं हैं पूंजी, जनशक्ति, मालसूची, समय आदि। ईआरएम को किसी भी संगठन की दक्षता और उत्पातदकता के लिए महत्व पूर्ण माना जाता है।

इथरनेट[सम्पादन]

इथरनेट एक मानक संचार प्रोटोकॉल है और यह स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क (लैन) बनाने के लिए सर्वाधिक लोकप्रिय प्रौद्योगिकी है। इथरनेट प्रौद्योगिकी 1980 से एक लंबी यात्रा करके आई है जब इसे व्यादपक रूप से आधुनिक गीगाबाइट इथरनेट प्रौद्योगिकी में 1000 एमबीपीएस तक पीक निष्पादन गति प्रदर्शित करने के लिए इस्ते्माल किया गया था।

फाइबर ऑप्टिक्स[सम्पादन]

फाइबर ऑप्टिक्सन मूलत: प्रकाशीय रूप से शुद्ध कांच या प्लाइस्टिक के बने हुए मानक हैं जिन्हों ने दूर संचार – टेलीफोनी, इंटरनेट, केबल टीवी आदि में क्रांति पैदा की है। मनुष्यद के बाल के समान पतले फाइबर ऑप्टिक तंतुओं का समुद्र के नीचे सहित लं‍बी दूरियों में डिजिटल संकेतों के प्रेषण हेतु इस्तेतमाल किया जाता है। ऑप्टिकल फाइबर को आपस में जोड़ कर प्रकाश संकेत भेजने के लिए मोटे ऑप्टिकल केबल बनाए जाते हैं। दूर संचार के साथ ऑप्टिकल फाइबर का चिकित्साट और रक्षा अनुप्रयोगों में भी बृहत पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है।

फाइबर ब्रेग ग्रेटिंग्स[सम्पादन]

फाइबर ब्रेग ग्रेटिंग्सय प्रौद्योगिकी का इस्ते माल दूर संचार उद्योग में बड़े पैमाने पर किया जाता है। इनका उपयोग सिगनल प्रोसेसिंग, सेंसर, फाइबर लेज़र, वेब लेंथ डिविजन मल्टीनप्लेनक्सिंग, ब्रॉडबैंड फिल्टयरिंग, लेज़र स्थिरीकरण आदि में किया जाता है। फाइबर ब्रेग ग्रेटिंग या संक्षेप में कहा जाए तो एफबीजी का इस्तेइमाल जटिल प्रक्रिया द्वारा किया जाता है। एक एकल मोड फाइबर के कोर (केन्द्रप) को सघन पराबैंगनी प्रकाश के आवधिक पैटर्न में पार्श्वीय रूप से उद्भासित किया जाता है। इस उद्भासन के परिणाम स्वनरूप फाइबर के कोर के रिफ्रेक्टिव इंडेक्सक में स्थायी वृद्धि हो जाती है। इस गतिविधि से उद्भासन प्रणाली पर आधारित नियत इंडेक्स‍ मॉड्यूलेशन का सृजन किया जाता है। नियत इंडेक्सी मॉड्यूलेशन को ग्रेटिंग कहते हैं।

फील्डर प्रोग्रामेबल गेट एरे (एफपीजीए)[सम्पादन]

फील्डत प्रोग्रामेबल गेट एरे युक्तियों को युक्ति संगत या डिजिटल इलेक्ट्रॉिनिक परिपथों में बड़े पैमाने पर इस्तेरमाल किया जाता है। एक एफपीजीए में समेकित परिपथ (आईसी) शामिल होते हैं। आईसी ने सामान्यज प्रयोजन युक्ति संगत परिपथ की द्विआयामी एरे होती है जिसे लॉजिक ब्लॉ क या सेल कहते हैं। इनके कार्य प्रोग्राम करने योग्यी होते हैं। इन सभी सेलों को प्रोग्राम करने योग्य बसों द्वारा आपस में जोड़ा जाता है। एक एफपीजीए युक्ति की मूलभूत वास्तुप संरचना में अभिविन्यांस योग्य लॉजिक ब्लॉकक (सीएलबी) की एक एरे होती है, जिसे अभिविन्यानस योग्यो इंटर कनेक्ट् संरचना में एम्बेएड किया जाता है। सीएलबी के सभी तरह अभिविन्यास योग्य आई / ओ ब्लॉेक (आईओबी) होते हैं। एफपीजीए प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग भिन्नं भिन्नम क्षेत्रों में व्याआपक रूप से अपनाए जाते हैं जो वीडियो तथा इमेजिंग के उपकरणों से लेकर अंतरिक्ष यान के लिए सरकिटरी और अन्यत महत्वपपूर्ण अनुप्रयोग हैं जिनके लिए उच्चव विश्वकसनीयता और अत्यंवत विपरीत परिवेश के अनुप्रयोगों की आवश्यअकता होती है।

फ्लोरसेंट कोरिलेशन स्पेगक्ट्रो मीटर[सम्पादन]

फ्लोरसेंट कोरिलेशन स्पेक्ट्रो स्को पी (एफसीएस) एक एकल अणु जांच तकनीक है जिसके लिए आण्विक अंत:क्रियाओं के अत्यंंत उच्चक संवेदनशील मापन की आवश्य कता होती है। एफसीएस मापन की अनोखी विशेषताएं इन्हें आमापन तकनीकों में उपयोग के लिए आदर्श बनाती हैं।

गेम थ्योरी[सम्पादन]

गेम थ्योअरी का अर्थ है विभिन्न क्षेत्रों जैसे अर्थशास्त्र और जीव विज्ञान में अनुकूलतम कार्यनीति संकल्पित करने का एक गणितीय मॉडल जो ऐसी स्थिति प्रदान करती है जहां खिलाड़ि‍यों के पास सीमित और नियत विकल्पोंस में से चयन करने का अधिकार होता है।

गीगाबाइट[सम्पादन]

एक गीगाबाइट (जिसे जीबी से दर्शाया जाता है) डेटा के मापन की यूनिट है जिसे कम्यूगाब टर में इस्तेयमाल किया जाता है। एक गीगाबाइट डेटा के एक बिलियन बिट के बराबर होता है। डेटा के एक गीगाबाइट को इंटरनेट बैंडविड्थ के गीगाबाइट के समान नहीं माना जाना चाहिए।

जीवित जीवों में पाई जाने वाली आनुवंशिकता की मूलभूत इकाई को जीन कहते हैं। जीनों में डीएनए की लंबी श्रृंखला होती है जिसमें कोशिकाओं के निर्माण और रखरखाव संबंधी विवरण भंडारित होता है और इसे आनुवंशिक सूचना को अगली पीढ़ी में भेजा जाता है।

जीनोटाइप[सम्पादन]

सबसे अधिक व्याखपक रूप में जीनोटाइप का अर्थ है एक जीव या वायरस की आनुवंशिक रूपरेखा।

ग्रिड कम्यूपटिंग[सम्पादन]

ग्रिड कम्यू टिंग द्वारा कई कम्यूर टरों के कार्यों को आपस में बांट कर करने की सुविधा मिलती है। ग्रिड कम्यू कई टिंग के साथ कई मशीनों के संसाधनों की तकनीकों का इस्तेपमाल डेटा भंडारण तथा भौगोलिक दूरियों को पार करते हुए जटिल गणनाओं में किया जाता है।

जीएनयू कम्पामइलर संग्रह[सम्पादन]

जीएनयू कम्पा,इलर संग्रह (जीसीसी) इस समय इस्ते माल होने वाले सबसे अधिक लोकप्रिय कम्पाबइलरों में से एक है। जीसीसी C, C++, Objective C, JAVA आदि कम्पारइलिंग प्रोग्राम के लिए साधनों का एक संपूर्ण सैट है। जीसीसी को सबसे अधिक लोकप्रिय बनाने वाली विशेषताओं में शामिल है बहु स्तसरीय स्रोत कोड त्रुटि की जांच, डीबगिंग सूचना, अनुकूलतमीकरण के विभिन्नक स्तेर तथा 30 से अधिक अलग अलग कम्यू टर अभिवि‍न्यासों के लिए कोड तैयार करना।

जीएसएम[सम्पादन]

ग्लो्बल सिस्टतम फॉर मोबाइल कम्युनिकेशन्सर (जीएसएम) दुनिया भर में स्वीयकृत डिजिटल सेल्यूलर संचार विधि है। यह सेल्यूसलर बाजारों में उपलब्धा सबसे अधिक उन्नटत डिजिटल प्रौद्योगिकियों में से एक है। जीएसएम वायरलेस प्रौद्योगिकी ने अपने पंख दुनिया भर के 214 से अधिक देशों में फैलाए हैं। जीएसएम वायरलेस टेलीफोनी लॉइस डेटा डिजिटल रूप में तथा संपीडित होता है। परिणामस्व रूप इसे एक ऐसे चैनल के जरिए दो अन्यू प्रयोक्ता डेटा धाराओं के साथ भेजा जाता है जिनका अपना समय खण्ड होता है। जीएसएम 900, 1800 या 1,900 मेगाहर्ट्ज आवृत्ति पर कार्य कर सकता है।

एचवीएसी[सम्पादन]

एचवीएसी का अर्थ है हीटिंग (तापन), वेंटीलेशन (संवातन) और एयर कंडिशनिंग (वातानुकूलन)। ये तीनों आपस में गहरा संबंध रखने वाले मूलभूत कारक हैं जो किसी भी घर, कार्यस्थोल या अन्यब इमारतों में होते हैं। एचवीएसी या मौसम नियंत्रण का प्राथमिक उपयोग कमरे के तापमान, हवा के प्रवाह और नमी को विनियमित करने में है, ताकि सुनिश्चि त किया जा सके कि ये स्वीनकार करने योग्यम रेंज में है और इनसे आराम मिलता है।

हैपटिक्स‍[सम्पादन]

हैपटिक्स एक अंतर विषयक प्रक्षेत्र है जिसमें मानव शरीर क्रिया विज्ञान और मनोविज्ञान, तंत्रिका विज्ञान, अभियांत्रिकी और बोधात्मवक विज्ञान शामिल हैं। हैपटिक्सा में अनिवार्य रूप से स्पंर्श तथा इससे जुड़े संवेदी फीडबैक की विधियों का अध्यसयन किया जाता है। हैपटिक्सप युक्तियां में ऐसी युक्तियां हैं जो उन सॉफ्टवेयर को समर्थन देती हैं, जिनमें प्रयोक्ता‍ओं को संवेदन की अनुमति होती है (स्प्र्श और अनुभव) तथा यह त्रिआयामी आभासी वस्तु ओं में जोड़ तोड़ करती हैं।

इंफ्रारेड[सम्पादन]

इंफ्रारेड एक ऊर्जा विकिरण है जिसमें हमारी आंखों को दिखाई न देने योग्य् आवृत्ति होती है। इंफ्रारेड का इस्ते माल संचार और नियंत्रण युक्तियों में व्याकपक रूप से किया जाता है।

समेकित परिपथ[सम्पादन]

समेकित परिपथ (आईसी) को चिप भी कहते हैं। ये आईसी किसी छोटे अर्धचालक (सिलिकॉन) चिप पर गढ़े जाते हैं। आज के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों तथा युक्तियों में समेकित जटिल परिपथ इस्तेरमाल किए जाते हैं।

इंटेलिजेंट परिवहन प्रणालियां[सम्पादन]

सरल शब्दोंस में इंटेलिजेंट परिवहन प्रणालियों का अर्थ है परिवहन की समस्याकओं को सुलझाने के लिए संचार प्रौद्योगिकियों के विभिन्नो रूपों एवं कम्यू सम टरों का उपयोग करना। इंटेलिजेंट परिवहन प्रणालियां (आईपीएस) से यातायात के सुचारु प्रवाह और अन्यल परिवहन प्रबंधन मुद्दों के उचित कार्यान्वमयन के लिए संगत डेटा और आसूचना संग्रह में सहायता मिलती है।

इंटेलिजेंट सेंसर[सम्पादन]

इंटेलिजेंट सेंसर ऐसी स्मार्ट युक्तियां हैं जिसमें सिगनल प्रोसेसिंग कार्य होते हैं, जिन्हें वितरित मशीन आसूचना द्वारा बांटा जाता है। जिन रोबोट में ग्रहण करने और कारण समझने की क्षमता होती है वे इंटेलिजेंट सेंसर के अच्छे उदाहरण हैं। इंटेलिजेंट सेंसर अब मानव सुरक्षा के लिए घातक कठोर परिवेशों में औद्योगिक व्येवस्थाबओं में व्यापक रूप से इस्तेंमाल किए जाते हैं।

इंट्रानेट और इंटरनेट[सम्पादन]

इंट्रानेट और खुले इंटरनेट पर अभिगम्यि वेबसाइट अनिवार्यत: दो अलग अलग सूचना स्थ्ल हैं। इन दोनों के बीच विभिन्नम आयामों में अनेक अंतर हैं। यह एक अच्छाअ विचार है कि यह भिन्न ता बनाए रखने के लिए एक अलग प्रयोक्ताम इंटरफेस डिजाइन रखी जाए। यह इसलिए महत्वेपूर्ण है ताकि प्रयोक्तां तत्काल यह जान सके कि वे कब आंतरिक नेट (इंट्रानेट) पर हैं और उन्हों ने कब वर्ल्डड वाइड वेब को देखना शुरू किया। एक भिन्ने डिजाइन होने से बेहतर नेवीगेटिंग, स्थान का अनुमान लगाने में सहायता मिलेगी और सूचना के प्रबंधन को स्पनष्ट, रूप से समझ जा सकेगा (सूचना जो आंतरिक, सुरक्षित और गोपनीय होने के साथ ऐसी सूचना भी है जिसे मुक्ति रूप से बांटा जा सकता है)।

इंट्रानेट और इंटरनेट के बीच कुछ प्रमुख अंतर इस प्रकार हैं :

प्रयोक्ताओं का प्रकार[सम्पादन]

इंट्रानेट की अभिगम्य‍ता अधिकांशत: संगठनों के कर्मचारियों के लिए खुली होती है, जिन्हें कंपनी, इसके प्रचालन, संगठनात्मकक संरचना, पदावली और परिस्थितियों की पूरी जानकारी होती है। यह अभिगम्यकता पासवर्ड से सुरक्षित होती है और यहां केवल कर्मचारी या अधिकृत प्रयोक्ताभ ही पहुंच सकते हैं, जबकि इंटरनेट की साइट किसी संगठन के बारे में सीमित ज्ञान वाले ग्राहकों को उस संगठन का सार्वजनिक चेहरा दिखाती है और ये ग्राहक इनकी प्रतिदिन की कार्यशैली के बारे में जानने के बहुत उत्सुक नहीं होते हैं।

कार्यों का प्रकार[सम्पादन]

इंट्रानेट एक संगठन के अंदर प्रतिदिन के कार्यों की सुविधा पर लागू होता है, जिसमें जटिल कार्य शामिल हो सकते हैं, जबकि इंटरनेट की साइट का रखरखाव पूरी दुनिया के लिए एक संगठन द्वारा किया जाता है, जो इसके बारे में तथा इसके उत्पा दों के विवरण आदि जानना चाहती है।

सूचना का प्रकार और परिमाण[सम्पादन]

इंट्रानेट अनेक प्रकार की विस्तृतत सूचना अपने अंदर निहित रखती है – रिपोर्ट के प्रारूप, परियोजना स्थिति रिपोर्ट, मानव संसाधन, सूचना, आंतरिक प्रगति और अन्ये सूचना, जबकि इंटरनेट की साइट प्राथमिक रूप से बाजार संबंधी सूचना और ग्राहक समर्थन सूचना प्रदान करती है। इसमें उत्पान्नी होने वाली सूचना की मात्रा भी अलग अलग होती है। प्रारूपिक तौर पर इंट्रानेट में एक संगठन की वेबसाइट की तुलना में अधिक सामग्री होती है। यह 100 गुना तक हो सकती है। इसका मुख्यस कारण यह है कि अनेक विभागों द्वारा इंट्रानेट पर सामग्री डाली जाती है, चाहे ये इन सामग्रियों को सार्वजनिक तौर पर प्रकाशित न करें (इंटरनेट पर)।

नेवीगेशन प्रणाली[सम्पादन]

आम तौर पर एक इंट्रानेट को इंटरनेट साइट की तुलना में अधिक सशक्त नेवीगेशनल प्रणाली द्वारा समर्थन दिया जाता है। इसका कारण यह है कि इंट्रानेट में सूचना की अधिक मात्रा होती है। एक इंट्रानेट पर नेवीगेशन प्रणाली द्वारा अनेक सर्वरों के बीच लेन देन की सुविधा भी मिलती है जबकि इंटरनेट की सार्वजनिक वेबसाइट को साइट के अंदर नेवीगेशन समर्थन की आवश्यिकता होती है।

डिजाइन[सम्पादन]

एक इंट्रानेट प्रारूपिक तौर पर कार्य उन्मुजख पर अधिक केन्द्रित होती है तथा इसमें सामग्री पर कम ध्यारन दिया जाता है। आम तौर पर इसमें एकल इंट्रानेट डिजाइन होती है। एक इंट्रानेट को अनेक विकल्पोंज तथा विशेषताओं से समृद्ध बनाते हुए प्रयोक्तातओं पर कोई भार या परेशानी नहीं डाली जाती, जबकि इंटरनेट में साइट के बीच तेजी से सर्फिंग की जा सकती है।

बैंडविड्थ विशिष्टियां[सम्पादन]

इंट्रानेट को इंटरनेट के जरिए भी देखा जा सकता है, परन्तुद इनकी गति आम तौर पर वेबसाइटों से कुछ अधिक होती है, जो प्रारूपिक तौर पर लो बैंड या मिड बैंड पर अटकती हैं, सर्वर में रुकावट आती है और अन्यक समस्यायएं होती हैं। अत: ऐसे अनुप्रयोगों के विषय में कोई असामान्य बात नहीं है कि मल्टी मीडिया, जटिल ग्राफिक्सु और अन्यै उन्न त हाइ बैंड सामग्री, जैसे ऑडियो या वीडियो इंट्रानेट पेज पर देखे जाएं।

इंटरनेट प्रोटोकॉल[सम्पादन]

इंटरनेट प्रोटोकॉल का अर्थ है इंटरनेट के जरिए डेटा प्रेषण में इस्तेतमाल होने वाली तकनीकों का सैट। युक्तियों को एक नेटवर्क, इंटरनेट या लोकल एरिया नेटवर्क (लैन) से जोड़ कर एक इंटरनेट प्रोटोकॉल नंबर दिया जाता है। इस पहचान से अन्यक सभी युक्तियों के बीच इस युक्ति की अनोखी पहचान बनती है जो विस्ताअरित नेटवर्क में जुड़े हुए हैं।

इंटरेक्टिव वॉइस रिसपॉन्सट[सम्पादन]

इंटरेक्टिव वॉइस रिसपॉन्सो (आईवीआर) सिस्टिम से टेलीफोन पर कॉल करने वाले व्यरक्ति को जटिल वॉइस रिसपॉन्सल सिस्टीम बनाने की सुविधा मिलती है। आईवीआर 24x7 स्वॉचालित ग्राहक सेवा प्रदान करने और लिपिकीय संसाधन को कम करने में अत्यं त उपयोगी है।

आईपीवी6[सम्पादन]

इंटरनेट प्रोटोकॉल संस्करण 6 या आईपीवी6 अगली पीढ़ी का इंटरनेट प्रोटोकॉल है जो वर्तमान आईपी, आईपीवी4 (इंटरनेट प्रोटोकॉल, संस्केरण 4) संस्क रण का स्थारन लेगा। आईपीवी6 में राउटिंग, उपलब्ध पतों की संख्याल और नेटवर्क स्व यं अभिविन्यानस के संदर्भ में आईपीवी4 की तुलना में काफी अधिक सुधार किए गए हैं।

इन-सिलिको विश्लेषण[सम्पादन]

इन सिलिको विश्लेलषण का अर्थ है सूचना विज्ञान क्षमताओं सहित कम्यूर्थ टर का इस्तेलमाल करते हुए एक विश्ले षण करना।

लेज़र[सम्पादन]

लाइट एम्लीउत फिकेशन बाय द स्टीगमुलेटिड एमिशन ऑफ रेडिएशन या संक्षेप में कहें तो लेज़र एक ऐसी युक्ति है जो प्रकाश को पतली बीम में संकेन्द्रित करती है। इस प्रकार उत्पुन्नो प्रकाश घना, संश्लिष्टन और एक दिशा में होता है। आंखों की सर्जरी (लेसिक), उच्चन गति से धातु को काटने वाली मशीनों, सीडी प्लेएयरों, केश प्रतिस्थासपन आदि में इसके अनेक अनुप्रयोग हैं।

लाइगेंड[सम्पादन]

लाइगेंड शब्दक का उपयोग छोटे अणुओं या कार्यात्मैक समूहों के लिए किया जाता है जो अन्य् बड़े अणुओं के साथ बंधे होते हैं जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन या लिपिड, जो किसी जैविक गतिविधि को उद्दीपित करते हैं।

लाइनेक[सम्पादन]

एक लिनियर एक्सीलरेटर (लाइनेक) एक कण एक्सीलरेटर है जिसका आम तौर पर कैंसर रोगियों के बाहरी बीम विकिरण उपचार में उपयोग किया जाता है। लाइनेक में आवेशित कणों में त्वमरण पैदा करने के लिए माइक्रोवेव प्रौद्योगिकी का इस्तेकमाल किया जाता है।

लिनक्स[सम्पादन]

लिनक्सी एक मुक्त यूनिक्सक प्रकार का ऑपरेटिंग सिस्ट म है, लिनक्स् का स्रोत कोड सभी प्रयोक्तामओं के लिए मुक्त् रूप से अभिगम्या होता है।

तरल नाइट्रोजन[सम्पादन]

तरल नाइट्रोजन का उपयोग अनेक प्रकार के अनुप्रयोगों में किया जाता है। इसमें खराब होने वाले खाद्य पदार्थों को फ्रीज़ करना, प्लास्टिक और रबर को मजबूत बनाना, जैविक सामग्रियों का संरक्षण करना, क्रायोसर्जरी के लिए आवश्य क न्यू् तापमान पैदा करना आदि शामिल है। तरल नाइट्रोजन की विशेषताएं–गैर प्रज्ज वलनशील, गंधहीन, रंगहीन, अक्रिय, गैर क्षरण और अत्यंनत ठण्डा् होना इसे कई प्रकार के अनुप्रयोगों का अच्छां विकल्प बनाती हैं।

लैब-ऑन-ए-चिप[सम्पादन]

लैब-ऑन-ए-चिप युक्ति में छोटे पैमाने पर और प्रयोगशाला की सीमाओं के बाहर प्रयोगशाला के सभी प्रयोग करना संभव होता है। लैब-ऑन-ए-चिप युक्तियों के साथ चिकित्साऑ नैदानिकी, रासायनिक संश्ले षण, जटिल कोशिकीय प्रक्रियाओं का अध्यचयन अपेक्षाकृत आसान बन गया है।

ल्यूचकेमिया[सम्पादन]

ल्यूचकेमिया सफेद रक्त् कोशिकाओं का कैंसर है जो मुख्यश रूप से बच्चोंर और युवाओं को प्रभावित करता है।

मैग्नेट्रॉन[सम्पादन]

मैग्नेट्रॉन मूलत: सघन ताप परिणाम उत्प्न्न करने के लिए विद्युत और चुम्बककीय धाराओं का उपयोग करता है। इस प्रकार विद्युत चुम्बाकीय ऊर्जा प्रकाश की गति के समकक्ष गतियां उत्पपन्न। करती है।

माइक्रोरोबोटिक्सा[सम्पादन]

माइक्रोरोबोटिक्सो माइक्रॉन स्त़र पर रोबोटिक विज्ञान का अध्य यन करने के लिए एक भावी क्षेत्र है। माइक्रोरोबोटिक्स़ के अनुप्रयोग चिकित्साध (बिना चीरफाड़ की सर्जरी), कोशिका जीव विज्ञान आदि में किए जाते हैं। माइक्रोरोबोटिक्स‍ को मोटे तौर पर दो मुख्यक श्रेणियों में बांटा जा सकता है। बड़े रोबोट का इस्तेछमाल करते हुए माइक्रॉन आकार की वस्तुशओं में जोड़ तोड़ तथा माइक्रॉन आकार के हिस्सोंब से छोटी बुद्धिमान रोबोटिक प्रणालियों का निर्माण किया जाता है।

मिलीमीटर वेव[सम्पादन]

मिलीमीटर वेव प्रौद्योगिकी एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जो तुलनात्मुक रूप से उच्च आवृत्तियों पर संकेत भेजती है। मिलीमीटर वेव प्रौद्योगिकी का वाणिज्यिक उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है। हवाई अड्डा और उच्चद सुरक्षा हमलों की आशंका वाले क्षेत्रों में इमेजिंग अनुप्रयोगों के लिए मिलीमीटर वेव प्रौद्योगिकी नुकसान न पहुंचाने वाली विद्युत चुम्बरकीय तरंगें यात्रियों के शरीर पर भेजती हैं और श्वेकत श्याचम त्रिआयामी छवि बनती है। सुरक्षा अनुप्रयोगों के अलावा इस प्रौद्योगिकी का उपयोग संचार और यातायात नियंत्रण प्रणालियों में भी किया जाता है।

माइक्रो प्रोसेसर[सम्पादन]

माइक्रो प्रोसेसर या केन्द्रीएय प्रोसेसिंग इकाई कम्यू टर का मस्तिष्क‍ है, चाहे डेस्करटॉप हो या लैपटॉप। यह एकल समेकित परिपथ या चिप पर निर्मित संपूर्ण अभिकलन इंजन है।

एमईएमएस प्रौद्योगिकी[सम्पादन]

माइक्रो इलेक्ट्रो मेकेनिकल सिस्टहम (एमईएमएस) एक उभरती हुई प्रौद्योगिकी है जो छोटी मशीनें बनाने में काम आती है। माइक्रो फैब्रिकेशन प्रौद्योगिकी का इस्तेटमाल करते हुए एमईएमएस द्वारा एक सामान्यफ सिलिकॉन आधार पर एक्चुटएटर, यांत्रिक तत्वोंक, सेंसरों और इलेक्ट्रॉ निक हिस्सोंक को जोड़ा जाता है। एमईएमएस एक विशिष्टक प्रकार की प्रौद्योगिकी है जो सिलिकॉन आधारित सूक्ष्मे इलेक्ट्रॉ निकी के साथ सूक्ष्म मशीनिंग प्रौद्योगिकी को जोड़ कर एक चिप पर पूरी प्रणा‍ली को आकार देना संभव बनाती है।

एमओएसएफईटी[सम्पादन]

एमओएसएफईटी या धातु ऑक्साइड अर्धचालक क्षेत्र प्रभाव ट्रांजिस्टरर प्रौद्योगिकी सर्वाधिक लोकप्रिय अर्धचालक तकनीकों में से एक है। इसे समेकित परिपथ प्रौद्योगिकी में एक मुख्यक तत्वए माना जा सकता है। एमओएस एफईटी युक्तियों को अलग अलग श्रेणियों में बांटा जा सकता है जैसे एन- चैनल, पी-चैनल, डिप्लिशन माध्यलम और उन्नबत मोड एमओएसएफईटी अधिकांश आधुनिक युक्तियों में बाइपोलर ट्रांजिस्टउर से एमओएसएफईटी तक का परिवर्तन पूरा हो गया है। एक प्रारूपिक एमओएसएफईटी में एक एन – (पी-) डॉप्डग सिलिकॉन सबस्ट्रेइट के साथ दो उच्चि पी-(एन-) डॉप्डर संपर्क – ड्रेन और एक स्रोत होते हैं। चैनल वाला हिस्साल एक पतली इंसुलेटिंग पर्त, गेट ऑक्सा इड से ढका होती है। गेट ऑक्साएइड हमेशा गेट इलेक्ट्रो ड के संपर्क में बना रहता है।

एमसी-सीडीएमए[सम्पादन]

मल्टी केरियर कोड डिविजन मल्टींपल एक्सेस या एमसीसी-डीएमए अपेक्षाकृत नई संकल्प।ना है, जिसका उपयोग दूर संचार प्रणालियों में किया जाता है। एमसी-सीडीएमए रेडियो अभिगम्यउ तकनीकों में ओएफडीएम (ऑर्थोगोनल फ्रीक्वें।सी डिविजन मल्टी प्लेगक्सिंग) और सीडीएमए (कोड डिविजन मल्टीवपल एक्से्स) का संयोजन है।

मेटाडेटा[सम्पादन]

मेटाडेटा अनिवार्यत: अन्यड डेटा के बारे में विवरण प्रदान करता है। उदाहरण के लिए एक वेब पेज में सामग्री की जानकारी मेटाडेटा द्वारा प्रदान की जाती है। वेब पेज में मेटा टैग द्वारा मेटाडेटा शामिल होते हैं। सर्च इंजनों द्वारा अपनी खोज के दौरान वेबसाइट के पेजों को जोड़ते समय इस डेटा का इस्तेमाल किया जाता है।

नैनोमेट्रोलॉजी[सम्पादन]

नैनोमेट्रोलॉजी अनिवार्यत: नैनो पैमाना स्त र पर मापन का विज्ञापन है। नैनोमेट्रोलॉजी की निर्माण प्रौद्योगिकी – तथा ऐसे स्थानों पर जहां आवश्यलकताएं निर्माण से आगे जाती हैं, नैनो सामग्रियों और युक्तियों के उत्पाथदन में एक महत्वापूर्ण भूमिका है। निर्माण से आगे जाते हुए नैनोमेट्रोलॉजी में अब नैनो पैमाने पर प्रजातियों या घटनाओं का मापन भी निहित है।

नोबल धातुएं[सम्पादन]

स्वरर्ण (Au), चांदी (Ag), और प्ले टिनम समूह की धातुएं (PGMs), जिसमें प्ले टिनम (Pt), पेलेडियम (Pd), रोडियम (Rh), रुथेनियम (Ru), ओस्मियम (Os) और इरिडियम (Ir) शामिल हैं ये सभी नोबल धातुएं कहलाती हैं। ये रासायनिक दृष्टि से अक्रिय होती हैं, (अर्थात ये अधिकांशत: अमलों के साथ प्रतिक्रिया नहीं करतीं), इनमें क्षरण नहीं होता और ये ऑक्सींजन के साथ क्रिया नहीं करती।

खुले स्रोत वाले साधन (ओपेन सोर्स टूल्स)[सम्पादन]

खुले स्रोत वाले साधन उपभोक्तासओं के लिए उपलब्धत नि:शुल्को सॉफ्टवेयर हैं। ऐसे अनेक प्रकार के खुले स्रोत वाले सॉफ्टवेयर उपलब्धत हैं, जिनमें इंटरनेट के आरंभ होने के बाद काफी वृद्धि हुई है। खुले स्रोत के विविध प्रकारों में शामिल हैं साथियों के बीच नेटवर्किंग, वीडियो तथा ऑडियो स्ट्रीमिंग, पाठ लिखने के लिए प्रोग्राम, मल्टीमीडिया समाधान आदि। खुले स्रोत वाले साधनों के प्रयोक्तापओं को भी स्रोत कोड तक पहुंचने की सुविधा होती है, ताकि वे अपनी जरूरतों के अनुसार प्रोग्राम में बदलाव कर सकें।

खुले रीडिंग फ्रेम[सम्पादन]

खुले रीडिंग फ्रेम (ओआरएफ) का अर्थ है डीएनए या आरएनए का क्रम जो शुरूआती कोडॉन (स्टाओर्ट कोड क्रम) तथा समापन कोडॉन (स्टॉ प कोड क्रम) के बीच स्थित होता है।

ऑप्टो्इलेक्ट्रॉनिकी[सम्पादन]

ऑप्टोइलेक्ट्रॉऑनिकी को वैकल्पिक रूप से फोटोनिकी भी कहते हैं और यह भौतिकी की एक शाखा है, विशेष रूप से इलेक्ट्रॉकनिकी में, जहां डेटा के संसाधन और अंतरण में प्रकाश का इस्तेमाल किया जाता है। आज ऑप्टो,इलेक्ट्रॉेनिकी दैनिक जीवन का अनिवार्य हिस्सात बन गई है। बार कोड रीडर, सीडी प्लेकयर, टीवी रिमोट कंट्रोल जैसी युक्तियां ऑप्टोसइलेक्ट्रॉ निकी का उदाहरण हैं।

ऑप्टोगोनल फ्रीक्वेंसी डिविजन मल्टीटप्लेरक्सिंग[सम्पादन]

ऑप्टोरगोनल फ्रीक्वेंसी डिविजन मल्टीलप्लेकक्सिंग (ओएफडीएम) ब्रॉड बैंड मल्टीन केरियर मॉड्यूलेशन की एक विधि है। इस विधि में एक संकेत को अलग अलग आवृत्तियों पर नैरो बैंड चैनलों में बांटने की अनुमति होती है। यूएचएफ और माइक्रोवेव स्पेक्ट्रकम में ओएफडीएम उच्चे गति वाले डिजिटल डेटा प्रेषण के साथ उच्च् निष्पापदन और व्यापक लाभ प्रदान करता है।

ओंटोलॉजी[सम्पादन]

सूचना प्रौद्योगिकी और कम्यून टर विज्ञान के युग में ओंटोलॉजी का अर्थ है वस्तुंओं का विवरण तथा उनके साथ संबंध। वेब के संदर्भ में ओंटोलॉजी वेब संबंधी सूचना और वेब सूचना के बीच संबंध दर्शाती है।

ओरका[सम्पादन]

ओरका एक निशुल्कव, खुले स्रोत वाला स्क्रीगन रीडर और आवर्धन सॉफ्टवेयर है जो दृष्टि विकलांगता वाले व्य,क्तियों के लिए बनाया गया है।

समानांतर संसाधन[सम्पादन]

समानांतर संसाधन का अर्थ है तेजी से परिणाम प्राप्तस करने के लिए एक ही कार्य में प्रक्रिया के अंदर दो या दो से अधिक माइक्रो प्रोसेसरों का इस्तेसमाल करना। कम्यू्रक टर संसाधन एक नेटवर्क के माध्‍यम से आपस में जुड़े कई कम्यू मे टर या अनेक प्रोसेसरों से जुड़ा एक कम्यू्रो टर या दोनों हो सकते हैं। इस डेटा तक पहुंच के लिए बांटी गई मैमोरी के माध्योम से प्रोसेसर तक पहुंचा जा सकता हैं। मौसम की मॉडलिंग और डिजिटल विशेष प्रभाव जैसी परियोजनाओं के लिए जटिल अभिकलन की आवश्यिकता होती है, जिसमें समानांतर संसाधन की सहायता ली जा सकती है।

पॉलीकिटाइड सिंथेस[सम्पादन]

पॉलीकिटाइड बैक्टीरिया, कवक, पौधों और कुछ जंतुओं से द्वितीयक चयापचय उत्पादों के रूप में मूल्यंवान चिकित्सी य एजेंट हैं। इनसे अनेक प्रकार की जैविक गतिविधियां होती हैं तथा भैषजिक दृष्टि से ये अत्यंजत महत्वकपूर्ण हैं। पॉलीकिटाइड का संश्लेरषण क्रमिक अभिक्रियाओं द्वारा होता है, जिसमें पॉलीकिटाइड सिंथेस नामक एंजाइम परिवार एक उत्प्रेयरक के रूप में कार्य करता है।

पायरोलिसिस[सम्पादन]

पायरोलिसिस का अर्थ है ऑक्सीरजन के बिना कार्बनिक सामग्री के विघटन के लिए इनसिनरेशन या तापन की प्रक्रिया। इसके परिणामस्वारूप जोखिम कारी कार्बनिक सामग्रियां तरल, गैस और ठोस अवशेषों के छोटे छोटे हिस्सोंक में रूपांतरित हो जाती है। पायरोलिसिस की प्रक्रिया प्रारूपिक तौर पर संदूषण समूहों जैसे एसवीओसी तथा पीड़कनाशियों पर लक्षित होती है।

प्रोटियोमिक[सम्पादन]

जैव सूचना विज्ञान में प्रोटियोमिक का अर्थ है शरीर में प्रोटीनों की पहचान करना। प्रोटियोमिक के कारण जीनोम क्रम तथा कोशिकीय व्यकवहार के बीच संबंध बनाना संभव है।

फोटोल्यूमिनीसेंस[सम्पादन]

फोटोल्यू‍मिनीसेंस शब्दर अर्धचालकों के विकास तथा प्रक्रम नियंत्रण के लिए अत्यं्त उच्चन संवेदनशील स्पे्क्ट्रो स्कोरपिक विधि है। इस विधि में प्रकाश सबसे पहले एक उत्तेजित अवस्था में उत्प न्नप होता है। परिणाम स्व रूप आराम की स्थिति आने पर अल्पव ऊर्जा का प्रकाश धरातल की अवस्थाक में पुन: उर्स्।अजित होता है।

पेरोवस्काइट[सम्पादन]

पेरोवस्काधइट अपेक्षाकृत अल्पे धातु है किन्तु। यह अत्यंकत दुर्लभ मृदा धातु तत्वि होने के कारण महत्वइ रखता है। इसका सूत्र CaTiO3 है। पेरोवस्का इट को यह नाम रूसी धातु वैज्ञानिक काउंट लेव अलेक्सेविच वॉन पेरोव्कीन् के नाम पर दिया गया है।

प्लाज्मा डिस्ले पैनल[सम्पादन]

प्लाज्मा डिस्प्ले पैनल या पीपीडी अब चपटे पैनल वाले टीवी और कम्यू टर मॉनिटरों में उपयोग के कारण उपभोक्ताप इलेक्ट्रॉ निकी उत्पादों में अत्यंलत लोकप्रिय हैं। प्लारज्मा मॉनिटर में नियत मेट्रिक्सद प्रौद्योगिकी का इस्तेहमाल किया जाता है। ये पीपीबी से उत्कृ ष्टन गुणवत्ता की तस्वीकर, पर्यावरण अनुकूल होने के साथ अन्य विशेषताओं के अलावा व्यापक रूप से हर कोण पर देखने के लिए उपयुक्तय बनते हैं।

परसेप्चुअल साइकोलॉजी[सम्पादन]

परसेप्चु अल साइकोलॉजी बोधात्म्क मनोविज्ञान का एक उपसेट है जो सं‍वेदी सूचना के संसाधन से संबंध रखता है।

परसेप्चुअल रोबोटिक्स[सम्पादन]

परसेप्चुअल रोबोटिक्सह एक ऐसा विज्ञान है जो तंत्रिका विज्ञान को रोबोट विज्ञान के साथ जोड़ता है।

क्यू कैड[सम्पादन]

क्यूट-कैड ग्राफीय रूप से क्विलटिंग पैटर्न तैयार करने के लिए अत्यंत प्रभावी सॉफ्टवेयर है और यह उपयोग में आसान है।

रेयर अर्थ डॉप्ड फाइबर[सम्पादन]

रेयर अर्थ डॉप्ड फाइबर विशेष प्रकार के ऑप्टिकल फाइबर हैं, जहां एरबियम (Er), नियोडिमियम (Nd) या होलमियम (Ho), जैसे दुर्लभ मृदा तत्वए के आयन ग्ला्स कोर मेट्रिक्स् निहित किए जाते हैं। इसके परिणाम स्वतरूप दिखाई देने वाले और इंफ्रा रेड के निकट स्पे्क्ट्रिल क्षेत्रों में अल्पम हानि निष्पाईदन के साथ उच्चक अवशोषण होता है।

पुन:अभिविन्यास योग्य अभिकलन[सम्पादन]

पुन: अभिविन्या्स योग्ये अभिकलन हार्ड वेयर और सॉफ्टवेयर का संयोजन है। पुन: अभिविन्या्स योग्ये अभिकलन प्लेडटफॉर्म में फील्डय प्रोग्रामेबल गेट एरे (एफपीजीए) जैसे प्रोसेसर होते हैं। जो हार्डवेयर स्तॉर पर रूपांतरण के बाद प्रोसेसिंग के अनेक कार्य कर सकते हैं।

रिमोट सेंसिंग[सम्पादन]

रिमोट सेंसिंग का अर्थ है किसी संपत्ति (टेम्पोकरल, स्पेकक्ट्र ल और स्पे्शियल) पर आधारित डेटा / सूचना के संग्रह का विज्ञान है जो किसी क्षेत्र, वस्तुत या घटना से संबंध रखता है। इसमें जानने योग्या बात यह है कि अभिलेखन युक्ति निगरानी में रखी गई वस्तुओं (वस्तु या क्षेत्र या घटना) के भौतिक संपर्क में नहीं आएगी।

रीसाइलेंट पैकेज रिंग (आरपीआर))[सम्पादन]

रीसाइलेंट पैकेज रिंग प्रौद्योगिकी रिंग पर पैकेट ट्रेफिक को दक्षतापूर्वक ले जाने के लिए डिजाइन की गई है जो भौगोलिक रूप से द्विभा‍जित ‘वितरित स्विचिंग’ वास्तुर संरचना है जिसे बृहत निष्पादन निगरानी और नेटवर्क को सुधारने तथा उच्चच नम्यनता वाले नियोजन विकल्पोंर द्वारा पहचाना जाता है। मानकीकृत प्रौद्योगिकी को IEEE 802.17 मानक द्वारा पैकेट स्विच्डे नेटवर्क वास्तुत संरचना में सब – 50 मीटर रिंग आधारित रीसाइलेंसी लाने के लिए डिजाइन किया गया है। आरपीआर प्रभावी रूप से आवाज़ तथा डेटा नेटवर्क के साथ जुड़ी समस्याओं और सीमाओं को संबोधित करता है। एक सामान्या नेटवर्क के रूप में यह वॉइस ओवर आईपी (वीओआईपी), इथरनेट तथा आईपी, वीडियो आदि पर दक्षतापूर्ण रूप से कार्य करता है।

रेडियो फ्रीक्वेंसी[सम्पादन]

रेडियो फ्रीक्वें सी (आरएफ) का अर्थ है अल्टऔरनेटिंग विद्युतधारा की विशिष्‍ट विशेषताओं को जब एक एंटिना में भेजा जाता है तब उत्पकन्नह विद्युत चुम्ब कीय तरंग या क्षेत्र का उत्पादन। आरएफ का इस्तेनमाल बेतार प्रसारण और लंबी दूरियों के बीच सम्प्रेरषण में किया जाता है।

आरएनए[सम्पादन]

राबोन्यूवक्लिक एसिड मूलत: ऐसे न्यूरक्लिक एसिड हैं जो आनुवंशिक सूचना के वाहक तथा महत्व पूर्ण जैव रासायनिक अभिक्रियाओं को उत्प्रेकरित करते हैं। आरएनए में शुगर राइबोस तथा कार्बनिक आधारित यूरेसिल होता है। आरएनए के अधिकांश अणु, जिनमें एम-आरएनए (मैसिंजर आरएनए) तथा टी–आरएनए (ट्रांसफर आरएनए) शामिल हैं, कोशिकीय माध्य्मिकों की भूमिका निभाते हैं। इसका अर्थ है वे डीएनए की आनुवंशिक सूचना को प्रोटीन में रूपांतरित करने में सक्षम है और इस प्रकार कोशिकाओं को संरचना प्रदान करते हैं और उन्हें अपनी जैविक क्रियाएं करने में सक्षम बनाते हैं। कुछ निचले वर्गों के जीवों जैसे वायरस में आरएनए उनकी आनुवांशिक सामग्री के रूप में कार्य करता है।

राउटर[सम्पादन]

राउटर कम्यू टर नेटवर्किंग में इस्ते माल होने वाली भौतिक युक्तियां हैं जो कई तारों वाले या बेतार नेटवर्कों को एक साथ जोड़ने का कार्य करती हैं। राउटर द्वारा किया जाने वाला कार्य इस प्रकार का है जिसे राउटिंग करते हैं। इसे सरल शब्दों में समझाने के लिए राउटर ऐसी युक्तियां हैं जो कम्यूटिंगटरों को आपस में जोड़ने या अन्यन कम्यूप टरों के साथ सम्प्रे षण की सुविधा देती हैं तथा इन्हें अन्यव कम्यूवेय टर हार्डवेयर के साथ जोड़ती हैं। बेतार और तार वाले राउटर दोनों ही लोकप्रिय हैं।

एसएएएस (सॉफ्टवेयर–एज़-ए-सर्विस)[सम्पादन]

सॉफ्टवेयर एज़ ए सर्विस को संक्षेप में एसएएएस कहते हैं जो एक लोकप्रिय सॉफ्टवेयर वितरण मॉडल है, जिसमें वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) पर सॉफ्टवेयर की आपूर्ति पाने वाले ग्राहक हैं। एसएएस की विशेषता यह है कि इसे सरल तरीके से लगाया जा सकता है, ग्राहकों को इसके उपयोग पर कम खर्च करना होता है, इसका लचीलापन सॉफ्टवेयर के एक संस्कररण से अनेक कम्यू कम टरों को सहायता दे सकता है।

सिक्वेंस एलाइनमेंट[सम्पादन]

जैव सूचना विज्ञान में सिक्वेंस एलाइनमेंट डीएनए, आरएनए या प्रोटीन के क्रम को समान प्रकार के क्षेत्रों में पहचानने और हाइलाइट करने की व्यकवस्थाए की प्रक्रिया है।

सेमीकंडक्टर[सम्पादन]

सेमीकंडक्टार एक ऐसी सामग्री है जो उसके व्यकवहार के कारण पहचानी जाती है, अर्थात यह चालक और इंसुलेटर के बीच के समान व्य वहार करती है। इस गुण के कारण यह पदार्थ इलेक्ट्रॉनिकी में कई प्रकार के अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त है। सिलिकॉन, जर्मेनियम और पेंटासिन कुछ लोकप्रिय अर्धचालक सामग्रियां हैं।

सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो[सम्पादन]

सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो या संक्षेप में कहा जाए तो एसडीआर संचार का एक बेतार माध्यिम है जहां कम्यूमें टर द्वारा ट्रांसमीटर मॉड्यूलेशन को परिभाषित या उत्परन्न‍ किया जाता है। एसडीआर के साथ एकल बेतार युक्ति कई प्रकार की क्षमताओं को समर्थन देने में सक्षम होती है। एसडीआर के साथ संभव है कि अनेक रेडियो घटकों को एक साथ जोड़ दिया जाए।

स्काडा (SCADA)[सम्पादन]

सुपरवाइजरी कंट्रोल और डेटा एक्विजि़शन या संक्षेप में स्कामडा मूलत: संयंत्रों और कारखानों में विभिन्ने सेंसरों से या दूरदराज के स्थाटनों से जानकारी संग्रह करने के लिए एक कम्यून्नेटर प्रणाली है और जिसे एक केन्द्रीय कम्यू टर में संग्रह करने के लिए भेजा जाता है, जहां वास्त विक समय में डेटा का नियंत्रण और विश्लेषण किया जाता है।. स्काधडा प्रणाली सरल और जटिल हो सकती है जिसमें एक निर्दिष्ट समय के अंदर तेजी से परे शानियों से निपटने में उपयोग कम्यू टर को सही सही जानकारी प्रसारित करने और संग्रह करने पर बल दिया जाता है। स्कापडा प्रणालियां अब दूर संचार, इस्पा्त संयंत्रों और विद्युत संयंत्रों में लोकप्रिय होने के अलावा प्रायोगिक सुविधाओं में भी इस्तेनमाल की जाती है।

एकल चैनल ऑप्टिकल एड / ड्रॉप मल्टीप्लेक्संर (ओएडीएम)[सम्पादन]

दूर संचार के युग में एकल चैनल ऑप्टिकल एड / ड्रॉप मल्टी प्लेक्सरर (ओएडीएम) का उपयोग डेंस वेव लेंथ डिविजन मल्टी प्लेपक्सिंग ऑप्टिकल नेटवर्कों में एकल वेव लेंथ को जोड़ने या ड्रॉप करने में किया जाता है। एकल चैनल ऑप्टिकल एड / ड्रॉप मल्टी्प्लेक्सार (ओएडीएम) से टिकाऊ वेव लेंथ, पतली फिल्मक की फिल्टोर प्रौद्योगिकी और ऑप्टिकल पाथ पैकेजिंग तकनीकों को जोड़ को अच्छे‍ पृथक्क्रण प्रदान करने के लिए जाना जाता है, जो एपॉक्सीं मुक्त होते हैं।

स्मार्ट एंटिना[सम्पादन]

स्माएर्ट एंटिना आधुनिक डिजिटल बेतार संचार प्रणालियों के बदलते चेहरे हैं जिनमें बेहतर स्पेएक्ट्र ल दक्षता, अधिकतम रेंज और स्पचष्टजता है। मोबाइल संचारों में बढ़ते हुए उपयोग के साथ इनका उपयोग राडार प्रणालियों, हवाई अड्डों, जीआईएस मानचित्रण तथा अनेक अनुप्रयोगों में किया जाता है। स्माहर्ट एंटिना को एकल इनपुट, मल्टी पल आउटपुट (एसआईएमओ), मल्टी पल इनपुट, एकल आउटपुट (एमआईएसओ) तथा मल्टीपल इनपुट, मल्टी पल आउटपुट (एमआईएमओ) की तीन श्रेणियों में बांटा गया है।

स्टेएगेनोग्राफी[सम्पादन]

स्टेगेनोग्राफी का अर्थ है सूचना को छिपाने की तकनीक। स्टेटगेनोग्राफी वीडियो, डिजिटल इमेज, ऑडियो तथा एनकोडिड संदेशों के माध्‍यम से पासवर्ड का इस्तेलमाल करते हुए कम्यू एनटर में गुप्त संदेश आदान प्रदान करने के लिए बनाई गई है तथा इसके साथ अन्यह तकनीकें भी शामिल हैं। स्टे‍‍गेनोग्राफिक अनुप्रयोग अनेक प्ले टफॉर्म पर उपलब्धत हैं।

टेराफ्लोप[सम्पादन]

टेराफ्लोप अभिकलन निष्पादन को मापता है। टेराफ्लोप प्रारूपिक तौर पर कम्यू्लो टर के प्रोसेसर की गति को परिभाषित करता है और फ्लोटिंग पॉइंट प्रचालनों (एफएलओपीएस) की संख्या से संबंध रखता है। आम तौर पर यह गति 1012 फ्लोटिंग पॉइंट प्रचालन प्रति सैकंड या ट्रिलियन फ्लोटिंग पॉइंट प्रचालन प्रति सैकंड होती है। टेराफ्लोप कम्यूय टर का इस्तेचमाल उच्चा स्तहरीय अनुसंधान केन्द्रों और कार्यनीतिक दृष्टि से महत्वयपूर्ण अनुप्रयोगों में किया जाता है।

टेक्सोसनॉमी[सम्पादन]

टेक्सोनॉमी शब्द् ग्रीक भाषा से आया है। टेक्सीय = व्योवस्था या प्रभाग, नोमो = कानून। वेब पोर्टलों के संदर्भ में टेक्सोनॉमी आम तौर पर एक वेबसाइट के विषयों की श्रेणियों तथा उप श्रेणियों का विवरण देने के लिए तैयार किए जाते हैं।

टनल मैग्नेशटोरजिस्टेंस[सम्पादन]

टनल मैग्ने‍टोरजिस्टें स को संक्षेप में टीएमआर कहते हैं और यह चुम्बंकीय टनल जंक्‍शन (एमटीजे) में इलेक्ट्रॉ न के स्पिंन पोलराइज़ेशन (एसपी) से संदर्भित है।

ट्रांसीवर[सम्पादन]

ट्रांसीवर एक ऐसी युक्ति है जिसमें एकल पैकेज में पारेषण और ग्रहण करने की क्षमता होती है। ट्रांसीवर का सबसे सामान्या उदाहरण एक सेल्यूषलर फोन है जिसमें डेटा को प्राप्ति करने और भेजने की क्षमता होती है। ट्रांसीवर बेतार संचार युक्तियों का आधार बन गया है।

टेक्स्ट टू स्पीच सिस्टम[सम्पादन]

टेक्स्ट टू स्पीच सिस्टम को संक्षेप में 'टीटीएस' कहते हैं जो कम्यूपीटर पाठ के शब्दों को सुनाई देने योग्यद आवाज़ में बदलने की तकनीक है। टीटीएस इंजन अनुप्रयोग के साथ ई-मेल संदेशों को सुना जा सकता है। टीटीएस प्रणालियां विशेष रूप से उन लोगों के लिए वरदान है जो दृष्टिहीन है।

टेस्ट बैड[सम्पादन]

टेस्टहबैड का अर्थ है ऐसे परिवेश का निष्पा दन जहां कार्य करने की सामान्य परिस्थितियों में सॉफ्टवेयर परीक्षण किया जा सकता है। एक टेस्ट बैड में ओएस, विशिष्टे सॉफ्टवेयर / हार्डवेयर / परखे जाने वाले उत्पा‍द का अभिविन्यालस शामिल होता है।

टेराबाइट[सम्पादन]

टेराबाइट को आम तौर पर टेरा शब्दा लगाकर संक्षेप में टीबी कहा जाता है ग्रीक भाषा में जिसका अर्थ है राक्षस जबकि बाइट शब्दग बाइट से बना है। टेराबाइट में कम्यूमें टर की भंडारण क्षमता को मापा जाता है। एक टेराबाइट 1012 बाइट के बराबर होता है।

अल्ट्रा वाइड बैंड[सम्पादन]

अल्ट्रा वाइड बैंड (यूडब्यूय बी) प्रौद्योगिकी विद्युत दक्ष अल्पे परास रेडियो प्रौद्योगिकी है, जो बेतार व्यतक्तिगत क्षेत्र नेटवर्कों (डब्यू्रौ पीएएन) के लिए सबसे अधिक उपयुक्त होती है। यूडब्यू बी से लंबी परास वाली रेडियो प्रौद्योगिकियों जैसे वाइ – फाइ और वाइ मैक्सत की पूर्ति होती है और ये अनेक डिजिटल वीडियो और ऑडियो साधनों के लिए उच्चस बैंडविड्थ समाधान प्रदान करती है। एक यूडब्यूय बी ट्रांसमीटर अत्यंलत व्याचपक आवृत्ति स्पे क्ट्र म में करोड़ों पल्स‍ भेजता है जो कई गीगाहर्ट्ज बैंडविड्थ की होती है। तब ये पल्सत संगत रिसीवर द्वारा डेटा के रूप में बदली जाती है और एक जाने पहचाने पल्सै क्रम में इन्हेंत सुना जाता है जो ट्रांसमीटर द्वारा भेजी गई। यूडब्यूय बी को बड़े स्पेजक्ट्राम, बिजली की कम खपत और पल्सी वाले डेटा के रूप में पहचाना जाता है। इसके परिणाम स्वारूप गति में सुधार होता है और अन्ये बेतार स्पेक्ट्राम के साथ व्यपवधान में कमी आती है।.

तरंग दैर्घ्य (वेव लेंथ )[सम्पादन]

विद्युत चुम्ब कीय स्पे्क्ट्रतम में, वेव लेंथ एक ही फेज़ में किन्हींथ दो बिन्दुओं के बीच एक तरंग चक्र की संपूर्ण दूरी है।

वाइ-फाइ[सम्पादन]

वायरलेस फिडेलिटी या वाइ फाइ कुछ विशिष्टं प्रकार के बेतार स्थाईनीय क्षेत्र नेटवर्क (डब्यूइ एलएएन) हैं, जिनका इस्तेमाल दुनिया भर में किया जाता है। वाइ फाइ नेटवर्क दो प्रकार के हो सकते हैं, खुले प्रकार के जहां कोई भी पहुंच सकता है या पासवर्ड की आवश्यककता वाले बंद प्रकार।

वाइ मैक्सव[सम्पादन]

माइक्रोवेव पहुंच के लिए दुनिया भर में अंत: प्रचालनीय वाइ मैक्स एक ब्रॉड बैंड बेतार नेटवर्क प्रौद्योगिकी है जिसमें दूरियों पर बैठे उपभोक्ताओं को द्विमार्गी ब्रॉड बैंड कनेक्श्न प्रदान करने के लिए स्थिर एंटीना का उपयोग किया जाता है।

डब्यूएलएएन[सम्पादन]

डब्यूले एलएएन या बेतार स्थाकनीय क्षेत्र नेटवर्क एक ऐसा स्थावनीय क्षेत्र नेटवर्क है जहां अपेक्षाकृत कम दूरियों पर बेतार नेटवर्क संचार प्रदान किया जाता है। डब्यूले एलएएन के साथ नेटवर्किंग में रेडियो या इंफ्रारेड संकेतों या विद्युत धारा के तार वाले नेटवर्क में विस्तालर का उपयोग करते हुए नेटवर्किंग की सुविधा है।

डब्ल्यू 3सी[सम्पादन]

टिम बनर्स-ली वर्ल्डल वाइड वेब के आविष्का्रक हैं, जिन्होंकने वर्ल्डस वाइड वेब संघ या संक्षेप में कहें तो डब्यू‍ै।क3सी की स्था पना की। डब्यू न 3सी का मिशन डब्यूक्ष डब्यूक डब्यू को इसकी पूरी संभाव्यनता तक विकसित करना है। डब्यू मि 3सी भाषाओं के, भौगोलिक परिस्थितियों, सांस्कृ तिक भिन्नकताओं, मानसिक कुशलताओं के साथ सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, नेटवर्क मूलसंरचना आदि की बाधाओं को पार करते हुए वेब की दीर्घ अवधि के विकास का प्रयास करता है। हाल ही में डब्यूते 3सी ने भारत में अपना कार्यालय खोला है।

एक्सएमएल (XML)[सम्पादन]

एक्सषएमएल या एक्टेंन सिबल मार्कअप लैंग्वे ज डेटा आदान प्रदान के लिए व्यापक रूप से कार्यान्वित मानक है। एक्स‍एमएल का इस्तेनमाल करते हुए डेटा अभिलेख और दस्तावेज प्ले टफॉर्म से स्वातंत्र और पूर्णत: लाने ले जाने योग्या हैं। एक्ससएमएल के साथ अननुकूल प्रणालियों के बीच डेटा के आदान प्रदान को विशिष्टा रूप से करना संभव है।

जिग बी मॉड्यूल[सम्पादन]

जिग बी मॉड्यूल मूलत: ट्रांसीवर मॉड्यूल्स् हैं जो इलेक्ट्रॉेनिक युक्तियों में बेतार नेटवर्किंग क्षमताएं जोड़ती हैं। इनका इस्तेमाल मशीन से मशीन संचारों की निगरानी, घर तथा कार्यालयों में स्वनचालन प्रणालियों, फ्रिज, बेतार सेंसर नेटवर्क के साथ अन्यय अनुप्रयोगों में किया जाता है।

जिंक फिंगर[सम्पादन]

प्रोटीनों को एक स्थाएयी संरचना बनाने के लिए अनेक एमीगनो एसिड आपस में जुड़ते हैं। दूसरी ओर यह सभी पौधों और जंतुओं में ठोस स्था‍यी संरचना बनाने के लिए प्रोटीन का एक छोटे रास्तेय वाला तरीका है। इसके लिए जिंक अणु का इस्तेएमाल किया जाता है जो कुछ विशेष प्रकार के एमिनो एसिड को आकर्षित करने के लिए चुम्बाक की तरह कार्य करता है। परिणामस्वकरूप बनने वाले प्रोटीन को जिंक फिंगर कहते हैं। जिंक फिंगरों में दो सिस्टीन और सिस्टीरडीन आपस में एक दूसरे के पास श्रृंखला के रूप में व्यंवस्थित होते हैं। इस व्यूवस्थाआ के कारण प्रोटीन एक जिंक आयन को पकड़ सकता है और इसके आस पास कसावट से जुड़ जाता है। इस प्रकार जिंक फिंगर में 20-30 एमिनो एसिड की छोटी श्रृंखला एक ठोस, स्थाजयी प्रोटीन संरचना बनाने के लिए पर्याप्तट होता है। यहां आरेख में एक प्रारूपिक C2H2 जिंक फिंगर मोटिफ दर्शाया गया है।

सेलफोन के संदर्भ में 2जी का अर्थ है दूसरी पीढ़ी की बेतार डिजिटल टेलीफोन प्रौद्योगिकी। 2जी सेलफोन नेटवर्कों में सूचना के प्रसारण के लिए तीन सामान्यद प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया जाता है, ये हैं आवृत्ति डिविजन मल्टीपल एक्सेपस (एफडीएमए), टाइम डिविजिन मल्टींपल एक्से स (टीडीएमए), कोड डिविजन मल्टीफपल एक्सेकस (सीडीएमए)।.

3जी वास्त।व में दूसरी पीढ़ी के बाद आने वाली मोबाइल संचार प्रणालियों की तीसरी पीढ़ी है। इसमें कई सेवाओं को उन्ननत बनाया गया है जैसे मल्टीर मीडिया, उच्ची गति मोबाइल ब्रॉड बैंड, इंटरनेट एक्से स के साथ मोबाइल हैंड सैट पर वीडियो फुटेज। 3जी फोन तथा 3जी नेटवर्क पर पहुंच के साथ बैंडविड्थ बढ़ेगी और अनेक अनुप्रयोगों को समर्थन दिया जा सकेगा जैसे लाइव स्ट्रीमिंग, वीडियो मैसेजिंग आदि।

4जी का अर्थ है बेतार मोबाइल प्रौद्योगिकी की चौथी पीढ़ी, जो तीसरी पीढ़ी से ऊपर होगी। पूरी तरह प्रचालन योग्यो 4जी से एक ऐसे अभिकलन परिवेश को बनाने की अपेक्षा की जाती है जहां अनेक उच्ची गति नेटवर्कों में एक साथ जुड़ाव दूर फैले भौगोलिक क्षेत्रों में कार्य किया जा सकेगा।

6एलओडब्यू‍ लिकपीएन[सम्पादन]

6एलओडब्यू लिकपीएन का अर्थ आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) प्रौद्योगिकी में एक नया नवाचार। आईपीवी6 के बाद लो पावर बेतार व्य्क्तिगत क्षेत्र नेटवर्क या 6एलओडब्यू‍एक पीएन इंटरनेट में चीज़ों को साकार करता है। 6एलओडब्यू‍यूपीएन में बेतार एम्बेडिड नेटवर्किंग की प्रक्रिया को अनुकूलित किया जाता है।