सेज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सेज संज्ञा [सं॰ शय्या, प्रा॰ सज्जा, सिज्जा, सेज्ज, सेज्जा] शैया । पलंग और बिछौना । उ॰—(क) सेज रुचिर रुचि राम उठाए । प्रेम समेत पलँग पौढ़ाए ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) चाँदनी महल फैल्यो चाँदनी फरस सेज, चाँदनी बिछाय छबि चाँदनी रितै रही ।—प्रतापसाहि (शब्द॰) ।