सामग्री पर जाएँ

सेहर

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

सेहर पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ शेखर, शिखर; प्रा॰ सेहर, सिहर]

१. दे॰ 'शिखर' । उ॰—पंथी एक सँदेसड़इ, लग ढोलइ पैंहच्वाइ । विरह बाघ बनि तनि बसइ, सेहर माजइ आइ ।—ढोला॰, दू॰ १२८ ।

२. सेहरा । विजयमुकुट । युद्ध में जाने के पूर्व सिर में बँधी हुई पगड़ी । उ॰—लरैं सिर सेहर बाँधि सजोर ।—ह॰ रासो, पृ॰ ९२ ।