स्वप्नदोष

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

स्वप्नदोष संज्ञा पुं॰ [सं॰] निद्रावस्था में वीर्यपात होना जो एक प्रकार का रोग माना जाता है । विशेष—स्वप्नावस्था में स्त्रीप्रसंग या कोई कामोद्दीपक दृश्य देखकर अथवा यों ही दुर्बलेंद्रिय लोगों का प्रायः वीर्यपात हो जाता है । यह एक भयंकर रोग है जो अधिक स्त्रीप्रसंग या अस्वाभाविक कर्म से धातुक्षीणता होने के कारण होता है । कभी कभी बहुत गरम चीज खाने और कोष्ठबद्धता से भी स्वप्नदोष हो जाता है ।