हँकवा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हँकवा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हाँक] शेर या किसी हिंस्र पशु के शिकार का एक ढंग । विशेष—इसमें बहुत से लोग ढोल, ताशे आदि बजाते और शोर करते हुए, जिस स्थान पर शेर होता है, उस स्थान के चारो ओर से चलते हैं और इस प्रकार शेर को हाँककर उस मचान की ओर ले जाते हैं जहाँ शिकारी उसे मारने के लिये बंदूक भरे बैठे रहते हैं ।