हई

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हई पु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ हयिन्, हयी] घुड़सवार ।

हई पु ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ह ! आश्चर्यसूचक शब्द] आश्चर्य । अचरज । तअज्जुब । उ॰—हौं हिच रहति हई छई नई जुगुति जग जोय । आँखिन आँखि लगे खरी देह दूबरी होय ।—बिहारी (शब्द॰) ।

हई ^३ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ हत, प्रा॰ हय] खड़ी फसल का मनुष्यों और पशुओं द्बारा बरबाद होना ।