अंधु

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंधु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अन्धु]

१. कूआँ । कूप ।

२. शिश्न । पुरुष की जननेंद्रिय [को॰] ।

अंधु ^२ वि॰ अंधेरा । प्रकाश का अभाव । प्रकाशहीन । उ॰—सुखदाता सुतपति गृह बंधु । तुम्हारी कृपा बिनु सब जग अंधु ।— सूर॰, १० ।१८० ।