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अम्बु

विक्षनरी से

हिन्दी

संज्ञा

पानी

पर्यायवाची

जल, वारि, नीर, पानी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंबु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अम्बु]

१. जल । पानी । उ॰— अंबु तू हों अंबुचर अंब तु हौं ड़िभ ।—तूलसी, ग्रं, पृ॰, २६६ ।

२. आँसू । अश्रु । उ॰— सारंगमुख ते परत अंबु ढरिल मनु सिव पूजाति तपति विनास । —सा॰ लहरी, पृ॰, १७३ ।

३. रक्त का जलीय तत्व (को॰) ।

४. सुगंधबाला ।

५. कुंड़ली के बारह स्थानों या घरों में चोंथा ।

६. चार की संख्या,क्योंकि जल तत्वों गणना में चौथा है । ७एक छंद (को॰) ।

अंबु ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ आभ्र] आम । रसाल । उ॰— जंबू वृक्ष कहौ क्यों लंपट फलवर अंबु फरै । —सूर॰ (राधा॰) ३३११ ।