अस्तित्व

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

अस्तित्व संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. सत्ता का भाव । विद्यमानता । मौजूदगी । उ॰—सिर नीचा कर किसकी सत्ता सब करते स्वीकार यहाँ; सदा मौन हो प्रवचन करते जिसका वह अस्तित्व कहाँ ।— कामायनी, पृ॰ २६ ।

२. सता । भाव । उ॰—निज अस्तित्व बना रखने में जीवन आज हुआ था व्यस्त ।—कामायनी, पृ॰ ३३ ।