आघी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आघी † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अर्घ, प्रा॰ अग्घ= मुल्य]

१. रुपये का वह लेन देन जिसमें उधार लेनेवाला महाजन को आनेवाली फसल की उपज में से फ्री रुपए दर से अन्न आदि ब्याज के