ईक्ष पुं॰ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ इक्षु] दे॰ 'ईख' । उ॰— भयौ सरकार ईक्ष रस व्यापि मिठाई माहिं । सुंदर ब्रह्म सु जगत है, जगत ब्रह्म द्वै नाहिं । — सुंदर ग्रं॰, भा॰ २, पृ ८०२ ।