उंदर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

उंदर संज्ञा पुं॰ [सं॰ उन्दुर] दे॰ 'उंदुर' । उ॰—ज्यों उरगह मुष उंदर परै । यों सुदेह नाहर कहै । । भवतव्य बात मिट्टै नहीं । नाम एक जुगजुग रहै । ।—पृ॰ रा॰, ७ ।१५० ।