उचास संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ऊँचा + आस (प्रत्य॰)] उँचाई । ऊँचास । उ॰—जण अपणाय गया तारण जग चित्रकूट गिर सिखर उचास ।—रघु॰ रू॰, पृ॰ १३० ।