औंदना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
औंदना पु † क्रि॰ अ॰ [सं॰ उन्मादन]
१. उन्मत्त होना । बेसुध होना । उ॰—देय कहै आप औंदे बूझति प्रसंग आगे सुधि न सँभारै बूझि आनँद परस्पर ।—देव (शब्द॰) ।
२. व्याकुल होना । घबराना । अकुलाना । उ॰—देत दुसह दुख पवन मोहिं अंचल चारु उड़ाय । कसु कामिनि करिकै कृपा, औंदिय सुधि बिसराय ।—रघुराज (शब्द॰) ।