औङ्गकी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
औंगकी संज्ञा पुं॰ [मला॰] गिब्बन की जाति का एक बंदर । जो सुमात्रा टापू में होता है । विशेष—यह जंतु कई रंग का होता है, पर विशेष कर ऊदापन लिए हुए पीले रंग का होता है । इसके पैर की उँगलियाँ मिली होती हैं । यह जंतु जोड़े के साथ रहता है । इसका स्वभाव सुशील और डरपोक है, पर यह बड़ा चालाक होता है ।