कँगसी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कँगसी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ कङ्कनी = कँगही] पंजा गठना । कक्कन । कैंची । क्रि॰ प्र॰—बाँधना । गठना । यौ॰—कंगसी की उड़ान = मालखंभ में एक प्रकार की सादी पकड़ जिसमें दोनों हाथों से कँगसी बाँधकर या पंजा गठकर उड़ना पड़ता है ।