करि
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
करि ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ करिन] [स्त्री॰ करिणी] सूँड़ वाला अर्थात् हाथी ।
करि ^२ पु प्रत्य [हिं॰]
१. से ।
२. लिये ।
३. द्वारा । उ॰—तुम करि तोषित पोषित गात । तुम ही मामत ह्वै हैं तात ।— 'नंद॰ ग्रं॰' पृ॰ २३६ ।
करि ^३ पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ कर] दे॰ 'कर' । उ॰—नरपति व्यास कहइ करि जोड़ तो तूठा तौंतिसौ कोड़ि—बी॰ रासौ, पृ॰ ३० ।