काय

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

काय ^१ वि॰ [सं॰] प्रजापति संबंधी, जैसे, कायतीर्थ, कायहवि इत्यादि ।

काय ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] [वि॰ कायिक]

१. शरीर । देह । बदन । जिस्म । उ॰—कछु ह्यवै न आइ गयो जन्म जाय । अति दुर्लभ तन पाइ कपट तजि भजे न राम मन बचन काय ।—तुलसी (शब्द॰) ।

काय ^३ † अव्य॰ [हिं॰ काह] दे॰ 'काहे' । उ॰—आग लगी क्या देखत अधे काय के खातर सोया जू ।—दक्खिनी॰, पृ॰ १६ ।