कीचड़
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
कीचड़ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ कीच+ड़ (प्रत्य॰)]
१. गीली मिट्टी पानी मिली हुई धूल या मिट्टी । कर्दमपंक । मुहा॰—कीचड़ में फँसना = असमंजस में पड़ना । संकट में पड़ना । कठिनाई में पड़ना ।
२. आँख का सफेद मल जो कभी कभी आँख के कोने पर आ जाता है । क्रि॰ प्र॰— आना ।—निकलना ।—बहना ।