कुलुफ

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कुलुफ संज्ञा पुं॰ [अ॰ कुफल] —ताला । उ॰—(क) नैना न रहैं री मेरे हटके । कछु पढ़ि दिये सखी यहि ढोटा घूँघरवारे लटकै । कज्जल कुलुफ मेलि मंदिर में पलक सँदूक पट अटकैं ।—सूर (शब्द॰) । (ख) जुलुक मैं कुलुक करी है मति मेरी छलि एरी अलि कहा करो कल ना परति है ।—दीन ग्रं॰, पृ॰ १० ।