कुशासन
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
कुशासन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ कुशा + आसन] कुश का बना हुआ आसन । कुश की चटाई । विशेष—शास्त्रों में दान, यज्ञ, श्राद्बु, उपासना आदि के समय कुशासन पर हो बैठने का विधान है ।
कुशासन ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ क + शासन्] बुरा शासन । अब्यवस्थित राज्य । अन्यायपूर्वक किया जानेवाला शासन ।