झँगा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

झँगा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ झगा]दे॰ 'झगा' । उ॰—(क) नव नील कलेवर पीत झँगा झलकै पुलकै नृप गोव लिए ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) आव लाल ऐसे मदु पीजै तेरी झँगा मेरी अँगिया धीर ।—हरिदास (शब्द॰) ।