झँफान † संज्ञा पुं॰ [झम्प] कांतिहीन होना । समाप्त या नष्ट होना । गलित होना । उ॰— रूप रंग ज्यों फूलड़ा तन तरवर ज्यों पान । हरिया झोलो काल को झड़ि हुए झँफान ।—राम॰ धर्म॰, पृ॰ ६७ ।