टहलुई संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ टहल] १. दासी । किंकरी । लौंड़ी । चाकराणी । मजदूरनी । नौकरानी । २. वह लकड़ी जो बत्ती उकसाने के लिये चिराग में पड़ी रहती हैं ।